/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/20/nitish-kumar-son-nishant-kumar-2025-07-20-10-13-38.jpg)
बिहार की राजनीति में एक बार फिर नए मोड़ की चर्चा तेज हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के जन्मदिन के मौके पर जनता दल यूनाइटेड (JD(U)) कार्यालय के बाहर लगे पोस्टरों ने सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी है। इन पोस्टरों में निशांत को "बिहार की भविष्य की जरूरत" बताया गया है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह जल्द ही सक्रिय राजनीति में प्रवेश कर सकते हैं।
"बिहार की मांग सुन लिए निशांत": पोस्टरों ने बढ़ाई अटकलें
जेडीयू के पटना स्थित मुख्यालय के बाहर लगे बड़े-बड़े पोस्टरों में निशांत कुमार की तस्वीर के साथ "बिहार की मांग सुन लिए निशांत, बहुत बहुत धन्यवाद" लिखा हुआ है। यह संदेश राजनीतिक विश्लेषकों के लिए चर्चा का विषय बन गया है। कई लोग इसे निशांत के राजनीतिक करियर की शुरुआत का संकेत मान रहे हैं, खासकर तब जब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक आ रहे हैं।
निशांत कुमार बनेंगे नीतीश कुमार का राजनीतिक उत्तराधिकारी?
अब तक निशांत कुमार ने सार्वजनिक जीवन से दूरी बनाए रखी थी और राजनीति में आने से इनकार करते रहे हैं। एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट निशांत को निजी जीवन में बेहद शांत और लो-प्रोफाइल व्यक्तित्व का माना जाता है। लेकिन अचानक पार्टी द्वारा उनके जन्मदिन पर इतने बड़े पैमाने पर पोस्टर लगाए जाने से यह सवाल उठने लगा है कि क्या नीतीश कुमार अपनी राजनीतिक विरासत अपने बेटे को सौंपने की तैयारी कर रहे हैं?
2025 बिहार विधानसभा चुनाव में निशांत कुमार की संभावित एंट्री
जेडीयू के कुछ वरिष्ठ नेता निशांत कुमार को पार्टी में सक्रिय भूमिका दिलाने की पैरवी कर रहे हैं। यह भी चर्चा है कि उन्हें पटना या नालंदा जैसे प्रमुख सीटों से चुनाव लड़वाया जा सकता है। हालांकि, अभी तक पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इन पोस्टरों ने बिहार की सियासत में नए सिरे से बहस छेड़ दी है।