बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने एक बार फिर से राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने हाल ही में बेगूसराय में एक नेता की बर्बर हत्या, मुजफ्फरपुर में दुष्कर्म कांड, और बक्सर में हुए ट्रिपल मर्डर जैसे जघन्य अपराधों का हवाला देते हुए राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है।
बिहार में माफिया राज का आरोप
पप्पू यादव ने बिहार में बढ़ते अपराधों और माफिया राज के बढ़ते प्रभाव पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि राज्य में भू-माफिया, बालू माफिया और शराब माफिया का नेटवर्क फैल चुका है, और सरकार इन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। यह स्थिति शासन की विफलता को दर्शाती है और जनता के मन में असुरक्षा की भावना को बढ़ाती है।
सरसी थाना में ललित की संदिग्ध मौत
पूर्णिया जिले के सरसी थाना में डेटा ऑपरेटर ललित कुमार की संदिग्ध मौत ने पप्पू यादव को खासा आक्रोशित किया है। उनका दावा है कि ललित को थाने में लगातार टॉर्चर किया जा रहा था, जिससे उसकी मौत हुई। उन्होंने 72 घंटे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने और दोषियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
पुलिस और अपराधियों के बीच अंतर मिट चुका है
पप्पू यादव का कहना है कि अब पुलिस और अपराधियों के बीच कोई अंतर नहीं रह गया है। अपराधी बेलगाम हैं, और पुलिस की प्राथमिकता अपराध नियंत्रण से अधिक हेलमेट और कागज चेक करने तक सीमित हो गई है। उन्होंने कहा कि जब सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा जिनपर है, वे खुद सवालों के घेरे में हों, तो आम जनता किस पर भरोसा करे?
बेगूसराय की वीभत्स हत्या
बेगूसराय में हम पार्टी के एक नेता की टुकड़े-टुकड़े कर हत्या और शरीर को सिगरेट से जलाना—यह दृश्य किसी हॉरर फिल्म से कम नहीं है। यह दर्शाता है कि अपराधी अब न तो कानून से डरते हैं, न इंसानियत से। इस वीभत्सता के बावजूद प्रशासन की निष्क्रियता गंभीर चिंता का विषय है।
पप्पू यादव का करारा हमला
पप्पू यादव ने कहा कि राजनीति जातिवाद के दलदल में बुरी तरह फंसी हुई है। आज के नेता सत्ता की भूख में इंसानियत भूल चुके हैं। नेता नाग से भी ज्यादा जहरीले हो गए हैं।