आतंकी हमलों की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए पटना के प्रमुख P&M मॉल में मंगलवार को ATS (Anti-Terrorism Squad) द्वारा एक हाई-इंटेंसिटी मॉक ड्रिल की गई। इस कार्रवाई ने जहां एक ओर लोगों को अचानक चौंका दिया, वहीं दूसरी ओर बिहार पुलिस और ATS की सुरक्षा तैयारियों को लेकर एक अहम संकेत भी दिया।
मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य यह था कि यदि आतंकवादी हमला होता है, तो उसे कैसे नाकाम किया जा सकता है। इस अभ्यास में ATS जवानों ने हथियारों से लैस होकर मॉल के सभी फ्लोर्स को छाना, आतंकवादियों की लोकेशन की पहचान की और संभावित ग्रेनेड धमाकों जैसी स्थितियों से निपटने की रणनीति को जमीन पर उतारा।
यह ड्रिल किसी सूचना या अलर्ट पर आधारित नहीं थी, बल्कि यह एक पूर्व निर्धारित सुरक्षा अभ्यास था, जो कि पटना जैसे हाई पॉपुलेशन एरिया में जरूरी भी है।
जैसे ही मॉल में जवानों की हथियारों से लैस टीम दाखिल हुई, वहां मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। कुछ को लगा कि वास्तविक आतंकी हमला हुआ है। बाद में यह स्पष्ट किया गया कि यह सिर्फ एक अभ्यास है, जिससे लोगों को सुरक्षा प्रक्रिया को समझने और सतर्क रहने का मौका मिला।