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पटना (Patna) के जानीपुर इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां दो मासूम बच्चों को उनके ही घर में घुसकर जिंदा जलाया गया। पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चों के जले हुए शव उनके कमरे से बरामद हुए हैं। मृतक बच्चों की पहचान अंजलि (10 वर्ष) और अंश (8 वर्ष) के रूप में हुई है, जिनकी मां पटना एम्स में नर्स के पद पर कार्यरत हैं।
स्कूल से लौटने के बाद अकेले थे बच्चे
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दोनों बच्चे स्कूल से लौटने के बाद घर पर अकेले थे। कुछ देर बाद पड़ोसियों ने घर से धुआं उठते देखा और चिल्लाने की आवाजें सुनीं। जब वे मौके पर पहुंचे, तो कमरा पूरी तरह से जल चुका था और बच्चों के शव बिस्तर पर पड़े हुए थे। एक शव के चेहरे पर कपड़ा बंधा हुआ था, जिससे संदेह पैदा होता है कि यह एक सुनियोजित हत्याकांड हो सकता है।
घटना की सूचना मिलते ही जानीपुर थाना की पुलिस के साथ-साथ कई अन्य इकाइयां भी मौके पर पहुंच गईं। पुलिस ने बच्चों के शवों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि यह एक दुर्घटना थी या फिर किसी ने जानबूझकर आग लगाई। हालांकि, परिवार वालों का आरोप है कि यह एक सुनियोजित हत्या है।
घटना के बाद से परिवार में मातम छा गया है। बच्चों के माता-पिता रो-रोकर अपना सिर पीट रहे हैं, जबकि आसपास के लोगों में भी गुस्सा फैला हुआ है। कई लोगों ने कहा कि यह इलाका पहले से ही सुनसान है और अपराधियों का यहां आतंक बढ़ता जा रहा है।
इस घटना पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि पटना में सत्ता-संरक्षित अपराधियों ने एक नर्स के दो नाबालिग बेटों को घर में घुसकर जिंदा जलाया। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि अब घर, कार्यालय, अस्पताल—कहीं कोई सुरक्षित नहीं। सीएम अचेत, बदमाश सचेत!
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम गठित की है। आरोपियों की तलाश के लिए कई टीमें लगाई गई हैं। साथ ही, पुलिस बच्चों के परिवार और पड़ोसियों से पूछताछ कर रही है ताकि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति का पता लगाया जा सके।
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