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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बोधगया के एएमयू परिसर से लगभग 13 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कर राज्य को नई सौगात दी। इन परियोजनाओं में रेल, सड़क, बिजली, ऊर्जा, स्वास्थ्य, आवास और जलापूर्ति से जुड़े बड़े काम शामिल हैं। प्रधानमंत्री के मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भी मौजूद रहे, जहां एनडीए की एकजुटता का स्पष्ट संदेश देखने को मिला।
खुले वाहन में नीतीश के साथ पहुंचे पीएम मोदी
गयाजी एयरपोर्ट से सभा स्थल तक मोदी और नीतीश एक ही खुले वाहन में पहुंचे। मंच पर दोनों नेताओं की जुगलबंदी ने यह संकेत दिया कि विकास को लेकर केंद्र और राज्य की सरकारें एक ही धारा में बह रही हैं। रिमोट का बटन दबाकर पीएम मोदी ने कई योजनाओं का उद्घाटन किया और बिहार को आने वाले वर्षों में नई आधारभूत संरचना देने का संकल्प जताया।
गयाजी की पहचान और मजबूत हुई : सीएम नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुले शब्दों में तारीफ की। उन्होंने कहा कि केंद्र से बिहार को पूरा सहयोग मिल रहा है और हाल के बजट में भी विशेष पैकेज दिया गया है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी से लेकर सामाजिक योजनाओं तक, मोदी सरकार ने बिहार को तरजीह दी है। नीतीश ने यह भी कहा कि गयाजी का नाम उन्होंने आधिकारिक रूप से बदलवाया, जिससे शहर की पहचान और मजबूत हुई।
नीतीश कुमार ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि 2018 में हर घर तक बिजली पहुंचाने के बाद अब राज्य में 125 यूनिट मुफ्त बिजली दी जा रही है। इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये मासिक कर दिया गया है। महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए किए गए कार्यों को भी उन्होंने गिनाया और कहा कि "पहले बिहार बदहाल था, लेकिन अब हर तबके को विकास का लाभ मिल रहा है।"
मुख्यमंत्री ने फल्गु नदी पर बने रबर डैम और बोधगया में अतिथि गृह समेत किए गए निर्माणों का भी उल्लेख किया। उनका दावा था कि बिहार शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसमें केंद्र सरकार की योजनाओं का बड़ा योगदान है।