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बिहार की सियासत में आज गयाजी का मंच चर्चा का सबसे बड़ा केंद्र बन गया, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी ने एक बार फिर अपनी राजनीतिक केमिस्ट्री दिखाई। एयरपोर्ट से लेकर सभा स्थल तक मोदी और नीतीश खुले वाहन में साथ नजर आए और मंच पर भी दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी से बातचीत हुई। इसे एनडीए गठबंधन की मजबूती का संकेत माना जा रहा है।
बोधगया का समग्र विकास वाराणसी कॉरिडोर की तर्ज पर होगा : मांझी
सभा की शुरुआत केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी के संबोधन से हुई। मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं का बखान करते हुए कहा कि बिहार के मगध क्षेत्र को केंद्र सरकार से कई बड़े तोहफे मिले हैं। आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे, वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे और 1300 एकड़ में बनने वाला इंडस्ट्रियल एरिया आने वाले समय में रोजगार और विकास की नई दिशा देगा। मांझी ने यह भी घोषणा की कि बोधगया का समग्र विकास वाराणसी कॉरिडोर की तर्ज पर होगा और यहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
हालांकि, मांझी का भाषण केवल सरकार की तारीफ तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने अपने सहयोगी चिराग पासवान को भी घेर लिया और वजीरगंज में स्टील प्रोसेसिंग प्लांट शुरू न होने का मुद्दा उठा दिया। उन्होंने कहा कि पूर्णिया में प्लांट चालू हो गया है लेकिन वजीरगंज का प्रोजेक्ट अब भी अधर में लटका है। इस बयान को मांझी और चिराग के बीच पुरानी खटास का ताजा उदाहरण माना जा रहा है।
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए लगातार बिहार आने की अपील की। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की योजनाओं को आगे रखकर कहा कि मुफ्त 125 यूनिट बिजली और सौर ऊर्जा पर जोर देने का काम नीतीश सरकार ने शुरू किया है। सम्राट ने बताया कि केंद्र की सब्सिडी के अलावा शेष खर्च राज्य सरकार वहन करेगी ताकि हर घर को मुफ्त सोलर पैनल मिल सके। उन्होंने इसे बिहार के ऊर्जा क्षेत्र की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया।
सभा के मंच पर मौजूद नेताओं के बयानों ने यह साफ कर दिया कि प्रधानमंत्री का यह दौरा केवल विकास योजनाओं का लोकार्पण भर नहीं है बल्कि चुनावी संदेश देने का एक बड़ा प्रयास भी है। मोदी और नीतीश की जुगलबंदी एनडीए की एकजुटता का संकेत है, वहीं मांझी और चिराग के बीच का राजनीतिक खींचतान गठबंधन की आंतरिक चुनौतियों को भी उजागर कर गई।
गयाजी की इस सभा से जहां केंद्र सरकार ने विकास की तस्वीर पेश की, वहीं विपक्षी दलों पर भी सीधा हमला बोला गया। मांझी ने विशेष राज्य का दर्जा मांगने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने जितना काम किया है, वह उन दावों से कहीं आगे है। सम्राट चौधरी ने भी विपक्ष पर बिहार के विकास को रोकने का आरोप लगाया।