जाति आधारित जनगणना को लेकर बिहार में सियासत गरमा गई है। केंद्र द्वारा जातीय जनगणना की घोषणा के बाद राज्य की सियासी फिजा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ हो गया है। इसी सिलसिले में जेडीयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और उसके नेता लालू प्रसाद यादव पर तीखा हमला बोला है।
तब मुंह पर टेप चिपका लिए थे लालू यादव : ललन सिंह
पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ललन सिंह ने कहा कि लालू यादव अब जातीय जनगणना को लेकर अपनी सक्रियता दिखा रहे हैं, लेकिन जब उनकी पार्टी ने यूपीए-1 सरकार को समर्थन दिया था, तब इस मुद्दे पर पूरी तरह चुप थे। ललन सिंह ने तंज कसते हुए कहा, "तब तो जैसे लालू जी ने अपने मुंह पर टेप चिपका लिया था। अगर उन्हें सच में पिछड़ों और दलितों की चिंता होती तो वे उस समय सरकार पर दबाव डालते, या समर्थन वापस लेते।"
उन्होंने यह भी कहा कि लालू यादव ने उस वक्त बिहार विधानसभा भंग कराने की धमकी तो दी थी, मगर जातीय जनगणना की मांग पर चुप्पी साधे रहे। इससे साफ होता है कि उस समय उनकी प्राथमिकता कुछ और थी, और अब वे सिर्फ राजनीतिक श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच विपक्षी महागठबंधन, खासकर तेजस्वी यादव, इस मुद्दे को अपनी बड़ी उपलब्धि बताकर प्रचारित कर रहे हैं। तेजस्वी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर EBC-OBC वर्ग के लिए अतिरिक्त योजनाओं की मांग भी की है। वहीं, एनडीए इस पूरी कवायद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी सोच का नतीजा बता रहा है।
ललन सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी नहीं बख्शा और कहा कि जो लोग पहले इस विषय पर असमंजस में थे, वे अब जाति जनगणना की बात कर रहे हैं।