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"PK ने खोल दी तेजस्वी की पोल? जानिए क्यों कहा- 'कानून-व्यवस्था पर बात करते हुए शर्म आनी चाहिए'" | यंग भारत न्यूज
बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने एक बार फिर हलचल मचा दी है। जन सुराज अभियान के तहत ‘बिहार बदलाव यात्रा’ पर निकले पीके ने वैशाली में मीडिया से बातचीत के दौरान एनडीए के तीन नेताओं पर सीधा हमला बोला। उन्होंने अशोक चौधरी, मंगल पांडेय और दिलीप जायसवाल को बिहार के सबसे भ्रष्ट नेताओं की श्रेणी में रखा और कहा कि जब जन सुराज की सरकार बनेगी, तो इन नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पीके के निशाने पर अशोक चौधरी
प्रशांत किशोर ने जेडीयू के कद्दावर मंत्री अशोक चौधरी पर तंज कसते हुए कहा कि वे 58 साल की उम्र में फर्जी तरीके से प्रोफेसर बने। उन्होंने सवाल उठाया कि जिस राज्य में युवाओं को छोटी से छोटी सरकारी नौकरी पाने के लिए सालों तैयारी करनी पड़ती है, वहां एक विधायक कब पीएचडी कर लिए और कब प्रोफेसर बन गए, इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। पीके ने इसे व्यवस्था की विफलता और राजनीतिक भ्रष्टाचार का उदाहरण बताया।
दिलीप जायसवाल और मंगल पांडेय पर भी बरसे पीके
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को भी पीके ने आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कोविड काल में जब लोग ऑक्सीजन और अस्पतालों के लिए परेशान थे, तब स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली में फ्लैट खरीदने में व्यस्त थे। उन्होंने आरोप लगाया कि 25 लाख रुपये लेने की बात तो खुद मंगल पांडेय ने स्वीकार की है, लेकिन 61 लाख रुपये का हिसाब अब तक नहीं दिया गया है।
सरकार बनने पर तीन महीने में कार्रवाई का वादा
दिलीप जायसवाल पर हमला बोलते हुए पीके ने कहा कि आप ऑनलाइन सर्वे करा लीजिए, जनता खुद बताएगी कि ये तीनों नेता कितने भ्रष्ट हैं। उन्होंने दावा किया कि जन सुराज की सरकार बनने के तीन महीने के भीतर इन सभी नेताओं पर कार्रवाई होगी और जनता का पैसा वापस लिया जाएगा।
पीके ने तेजस्वी यादव को भी लपेटा
प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव और उनके परिवार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इनको लगता है कि सत्ता पर केवल इनका ही अधिकार है। पिता मुख्यमंत्री बने, फिर मां बनीं, अब खुद बनना चाहते हैं और आगे चलकर बेटा भी बनेगा। पीके ने कहा कि जनता अब इस पारिवारिक राजनीति को नकार चुकी है और जन सुराज इस व्यवस्था को पूरी तरह बदल देगा।