बिहार की राजनीति में एक बार फिर से सियासी घमासान तेज हो गया है। राजद सांसद सुधाकर सिंह ने जन सुराज अभियान के संयोजक प्रशांत किशोर पर तीखा हमला करते हुए उनकी शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाया है। सुधाकर सिंह ने दावा किया कि प्रशांत किशोर के पास स्नातक (Graduation) की भी डिग्री नहीं है और उनकी पार्टी में उनसे ज़्यादा पढ़े-लिखे लोग हैं।
मीडिया से बातचीत करते हुए सुधाकर सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर बार-बार तेजस्वी यादव की पढ़ाई पर सवाल उठाते हैं, जबकि उनके पास खुद ग्रेजुएशन की डिग्री तक नहीं है। अगर योग्यता ही राजनीति का पैमाना है, तो किशोर नेता बनने के लायक नहीं हैं।
सुधाकर सिंह ने यहां तक कह दिया कि प्रशांत किशोर को पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री मांगनी चाहिए, क्योंकि वे स्वयं दावा करते हैं कि मोदी को प्रधानमंत्री उन्होंने ही बनाया।
जन सुराज पर 'इवेंट मैनेजमेंट' का तंज
सुधाकर सिंह ने जन सुराज यात्रा और पूरी पार्टी को एक "इवेंट शो" करार दिया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जन सुराज में सभी फ्यूज बल्ब हैं, ये राजनीति को सेवा नहीं, मनोरंजन का साधन मानते हैं। सुधाकर सिंह ने प्रशांत किशोर की तुलना एक इवेंट मैनेजर से की, जो केवल प्रचार और दृश्यता के लिए काम करता है।
आरसीपी सिंह और उदय सिंह पर भी हमला
जन सुराज में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के शामिल होने को लेकर सुधाकर सिंह ने कहा कि ये लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और अवैध धन का इस्तेमाल कर इवेंट मैनेजमेंट चला रहे हैं। साथ ही जन सुराज पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह को लेकर भी टिप्पणी की गई। उन्होंने कहा कि उदय सिंह और उनका परिवार भाजपा, जदयू, और एनडीए से जुड़ा रहा है। इससे साफ होता है कि जन सुराज पार्टी कहीं न कहीं बीजेपी से मिली हुई है।