/young-bharat-news/media/media_files/2025/06/19/raj-bhushan-chaudhary-minister-modi-government-2025-06-19-11-40-32.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में जलशक्ति राज्य मंत्री और मुजफ्फरपुर के सांसद डॉ. राजभूषण चौधरी (राजभूषण निषाद) एक पुराने चुनावी विवाद को लेकर सुर्खियों में हैं। बुधवार को उन्होंने एमपी-एमएलए विशेष कोर्ट में आत्मसमर्पण किया, जहां उन्हें जमानत मिल गई।
मामला वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव का है। आरोप है कि 6 मई 2019 को डॉ. राजभूषण ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसमें वह ईवीएम का बटन दबाते हुए दिख रहे थे। उस वक्त वे वीआईपी पार्टी के उम्मीदवार थे और मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे थे।
इस हरकत को मतदान की गोपनीयता भंग करना माना गया और 8 मई को नगर थाना में एफआईआर दर्ज की गई। मामले की जांच के बाद पुलिस ने 27 मई 2020 को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। अब कोर्ट ने 30 अप्रैल 2024 को संज्ञान लेते हुए समन जारी किया, जिसके बाद मंत्री ने बुधवार को सरेंडर किया।
कोर्ट का फैसला और अगली सुनवाई
राजभूषण चौधरी को 10-10 हजार के दो मुचलकों पर जमानत दी गई। कोर्ट ने कहा कि वे मामले की अगली सुनवाई 2 जुलाई को उपस्थित रहें।