बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राज्य की राजनीति में बड़ा भूचाल देखने को मिला है। नीतीश कुमार के करीबी और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने जन सुराज पार्टी का दामन थामकर राजनीतिक समीकरणों को नया मोड़ दे दिया है। रविवार को पटना में हुए विशेष कार्यक्रम में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
आरसीपी सिंह ना सिर्फ जदयू के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं, बल्कि लंबे समय तक नीतीश कुमार के राजनीतिक विश्वासपात्र भी माने जाते थे। उनकी जन सुराज में एंट्री यह इशारा करती है कि बिहार में पारंपरिक गठबंधनों से इतर एक वैकल्पिक राजनीति का उदय हो रहा है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि हमें ऐसे नेताओं की ज़रूरत है जो बदलाव की नीयत और प्रशासनिक अनुभव दोनों रखते हों। RCP सिंह का हमारे साथ जुड़ना जन सुराज के मिशन को नई गति देगा।
RCP सिंह ने किया बड़ा दावा: अब बिहार मेरा घर है
कार्यक्रम में बोलते हुए आरसीपी सिंह ने जेडीयू और एनडीए पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैंने NDA और INDIA दोनों के लिए काम किया, लेकिन पहली बार अपने लिए ‘घर’ बना रहा हूं और वह घर बिहार है। मोदी जी 2047 में विकसित भारत की बात करते हैं, लेकिन उसमें बिहार का नाम तक नहीं आता। क्या हम भारत का हिस्सा नहीं हैं? उन्होंने आगे कहा कि बिहार को राष्ट्रीय विमर्श में लाने के लिए एक नई राजनीतिक सोच की ज़रूरत है, और जन सुराज वही रास्ता है।