पटना, आईएएनएस।
Bihar Budget Session: बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान विपक्ष विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार को घेरते हुए नजर आ रहा है। मंगलवार को राजद विधायकों का अनोखा अंदाज देखने को मिला, जब राजद के विधायक हरे रंग की टी शर्ट पहनकर विधानसभा पहुंचे। टी शर्ट पर 'दलितों का हक मारना बंद करो', 'जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी जैसे कई स्लोगन भी लिखे हुए थे। टी-शर्ट पर 'तेजस्वी सरकार के समय बिहार में बढ़े 65 फीसदी आरक्षण को नौवीं अनुसूची में शामिल करो' लिखा हुआ था। विधायक और विधान पार्षदों ने इस दौरान पूरे परिसर में मार्च निकाला और जमकर नारेबाजी की।
आरक्षण को लेकर उठाई मांग
राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि जब महागठबंधन की सरकार थी, तब सर्वसम्मति से बढ़े हुए आरक्षण को लागू करने का निर्णय हो चुका था, लेकिन अब इसे लागू नहीं किया जा रहा। इससे साफ है कि इस सरकार के दिखाने के दांत कुछ और, खाने का कुछ और है। हम लोग उसी की पोल खोलना चाहते हैं। राजद विधायक मुकेश रोशन ने कहा कि बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ाया गया था, लेकिन इसे नौवीं अनुसूची में नहीं डाला जा रहा है। इसी को लेकर हम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा और जदयू को आरक्षण चोर भी बताया।
नौवीं अनुसूची में क्यों नहीं शामिल किया जा रहा ?
राजद विधायक ललित यादव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार में हम लोगों ने आरक्षण का दायरा बढ़ाने का विधेयक बिहार विधानसभा और विधान परिषद दोनों सदनों से पारित कराया था। जाति आधारित गणना के बाद आरक्षण की सीमा बढ़ाई गई थी। आज सरकार इसको नौवीं अनुसूची में शामिल नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि जब दोनों सदनों में यह पारित हो गया तो इसको नौवीं अनुसूची में क्यों नहीं शामिल किया जा रहा ? जिसकी जितनी संख्या है, उसकी उतनी हिस्सेदारी मिलेगी।