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बिहार की राजनीति इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप के नए दौर से गुजर रही है। हाल के दिनों में जनसुराज अभियान चला रहे प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) लगातार भाजपा नेताओं पर हमलावर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, मंत्री मंगल पांडेय और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व बेतिया सांसद डॉ. संजय जायसवाल (Dr. Sanjay Jaiswal) तक पर गंभीर आरोप लगाए। अब भाजपा भी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतर आई है और सांसद संजय जायसवाल ने प्रशांत किशोर को वकालतन नोटिस भेजकर सीधा मोर्चा खोल दिया है।
जनप्रतिनिधियों पर झूठे आरोप लगाते हैं PK : संजय जायसवाल
संजय जायसवाल ने कहा कि राजनीति में कई लोग अपने-अपने ढंग से काम करते हैं, लेकिन प्रशांत किशोर वह व्यक्ति हैं जिन्होंने राजनीति को ही एक सफल व्यवसाय बना दिया है। उनके मुताबिक, पीके जिस जिले में जाते हैं वहां अहंकार में चूर होकर जनप्रतिनिधियों पर झूठे आरोप लगाते हैं ताकि अपने अभियान को सुर्खियों में रख सकें। जायसवाल ने स्पष्ट किया कि चंपारण में उन पर लगाया गया आरोप पूरी तरह निराधार है।
प्रशांत किशोर ने संजय जायसवाल पर लगाया था बड़ा आरोप
प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया था कि छावनी के रेलवे ओवरब्रिज का एलाइनमेंट बदलकर सांसद संजय जायसवाल ने एक पेट्रोल पंप को फायदा पहुंचाया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जायसवाल ने कहा कि बेतिया की जनता जानती है कि पुल राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच में ही बना है। यह इल्जाम झूठ और जनता को गुमराह करने की कोशिश है। उन्होंने चेतावनी दी कि पीके को 15 दिन का समय दिया गया है। या तो वह अपने बयान का सबूत पेश करें या सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें। अन्यथा वे कानूनी कार्रवाई करते हुए मुकदमा दायर करेंगे और जेल तक भिजवाकर ही दम लेंगे।