राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से निष्कासित नेता और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने शनिवार को एक रहस्यमय सोशल मीडिया पोस्ट शेयर कर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। अपने समर्थकों के साथ बैठक करते हुए एक तस्वीर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा – "सत्य के मार्ग पर ही विजय होगी।"
इस पोस्ट को लालू यादव द्वारा पार्टी और परिवार से बाहर किए जाने के बाद उनका पहला सार्वजनिक संदेश माना जा रहा है। पोस्ट में उन्होंने राजा हरिश्चंद्र और महाभारत के पांडवों का उदाहरण देकर साफ इशारा किया कि वे अपने "सत्य संघर्ष" से पीछे नहीं हटेंगे।
क्या लिखा तेज प्रताप यादव ने?
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"सत्य का मार्ग कठिन है, लेकिन अंत में विजय उसी की होती है।"
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"राजा हरिश्चंद्र ने सत्य के बल पर ही अपनी खोई प्रतिष्ठा वापस पाई।"
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"पांडवों ने धर्म के मार्ग पर चलकर कौरवों को हराया।"
क्या है पूरा विवाद?
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अनुष्का यादव के साथ विवादित फोटो: पिछले महीने तेज प्रताप ने एक लड़की अनुष्का यादव के साथ फोटो शेयर किया, जिसमें 12 साल के रिश्ते का दावा किया गया। बाद में उन्होंने कहा कि उनका अकाउंट हैक हो गया था।
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लालू यादव का कड़ा फैसला: इसके बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने तेज प्रताप को 6 साल के लिए पार्टी और परिवार से बाहर कर दिया।
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तेज प्रताप का जवाब: इसके बाद से तेज प्रताप सोशल मीडिया पर संदेशों के जरिए अपनी बात कह रहे हैं। एक पोस्ट में उन्होंने "जयचंदों" को जिम्मेदार ठहराया, जो उन्हें परिवार से अलग करने की साजिश कर रहे हैं।
क्या तेज प्रताप अलग पार्टी बनाएंगे?
बिहार की राजनीति में तेज प्रताप का यह कदम एक नए संघर्ष की शुरुआत माना जा रहा है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि वे अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं। RJD के कई युवा नेता चुपके से तेज प्रताप का समर्थन भी कर रहे हैं।