बिहार की राजनीति में एक नई हलचल देखने को मिली जब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव खगड़िया जिले के दौरे पर पहुंचे। यहाँ उन्होंने न केवल मृतक किसान बाबूलाल यादव के परिवार से मुलाकात की, बल्कि जदयू विधायक डॉ. संजीव कुमार के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की। इस मुलाकात ने बिहार की चुनावी राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे दिया है।
तेजस्वी यादव ने बाबूलाल यादव के परिवार को न्याय दिलाने का वादा किया। उन्होंने स्थानीय एसपी से फोन पर बात कर गुड्डू सिंह की गिरफ्तारी की मांग की, जो हत्या के मुख्य आरोपी बताए जा रहे हैं। यादव ने कहा कि गरीब किसानों की हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस परिवार को हर हाल में न्याय मिलेगा। बाबूलाल यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जो कि एक ज़मीन विवाद से जुड़ा मामला था।
तेजस्वी यादव का डॉ. संजीव कुमार, जो जदयू के विधायक हैं, से मिलना महज़ शोक प्रकट करना नहीं माना जा रहा। यह मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि डॉ. संजीव के भाई कांग्रेस में एमएलसी हैं। ऐसे में इस परिवार से तेजस्वी की मुलाकात को महागठबंधन की संभावनाओं और जमीनी समीकरणों के लिहाज़ से देखा जा रहा है।
तेजस्वी यादव का यह दौरा उन्हें विपक्ष के नेता से "जननेता" के रूप में प्रोजेक्ट करने का एक रणनीतिक प्रयास भी है। बाबूलाल यादव जैसे गरीब किसान के परिवार से सीधे जाकर मिलना, अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग करना और सत्ता में आने पर मदद का वादा करना – यह सब कुछ आने वाले चुनाव के लिहाज से "जनता की राजनीति" का संदेश देता है।