राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने अमेरिका द्वारा भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की पहल पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि "अमेरिका कौन होता है सीजफायर कराने वाला? भारतीय सेना को मौका मिला तो वह पाकिस्तान को नक्शे से ही मिटा देगी।"
अमेरिकी हस्तक्षेप को लेकर तेजस्वी का सख्त रुख
जहानाबाद के लोदीपुर गांव में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि आतंकवाद का समूल नाश होना चाहिए। हम भारत सरकार और सेना के साथ खड़े हैं। अमेरिका जैसे तीसरे देश को हमारे मामलों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है। यही सेना 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े कर चुकी है, अगर मौका मिला तो उसे नक्शे से ही मिटा देगी। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को सीधा संदेश देते हुए कहा कि अमेरिका व्यापार रोकने की धमकी देता है, लेकिन भारत डरने वाला नहीं है।
"संसद का विशेष सत्र बुलाकर सेना को धन्यवाद दें"
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर बीजेपी की तिरंगा यात्रा पर टिप्पणी करते हुए तेजस्वी ने कहा कि हम चाहते हैं कि पाकिस्तान में तिरंगा यात्रा निकाली जाए। प्रधानमंत्री को संसद का विशेष सत्र बुलाकर सेना के जवानों को धन्यवाद देना चाहिए।
चुनावी राजनीति पर भी साधा निशाना
बीजेपी द्वारा लालू यादव पर टिप्पणी के जवाब में तेजस्वी ने कहा कि चुनावी मौसम आ रहा है, इसलिए वे बयानबाजी करेंगे। जनता ने सब समझ लिया है, आने वाले चुनाव में सबक सिखाएगी।
क्यों चर्चा में है सीजफायर प्रस्ताव?
दरअसल, 10 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा की थी। भारतीय जनता और राजनीतिक दलों ने इसे अमेरिका का अनावश्यक हस्तक्षेप बताया। भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।