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राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के युवा नेता तेजस्वी यादव और उनकी पत्नी राजश्री का नवजात पुत्र इराज गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर पहली बार पटना आ रहा है। लालू यादव के पोते के पटना आगमन की खबर ने राजद कार्यकर्ताओं और समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ा दी है। पिछले महीने कोलकाता में जन्मे इराज यादव के नाम का विशेष महत्व है, जिसे हनुमान जी के नाम पर रखा गया है।
तेजस्वी यादव के दूसरे पुत्र इराज का जन्म मंगलवार को हुआ था, जिस कारण उनका नाम हनुमान जी के एक नाम "इराज" पर रखा गया। हिंदू मान्यताओं में मंगलवार को हनुमान जी का दिन माना जाता है और इसी आस्था को ध्यान में रखते हुए बच्चे का नाम चुना गया। इससे पहले, तेजस्वी और राजश्री की पहली संतान कत्यायनी का नाम भी नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा के एक स्वरूप पर रखा गया था।
आषाढ़ पूर्णिमा यानी गुरु पूर्णिमा के दिन इराज यादव का पटना आगमन एक विशेष अवसर होगा। इस दिन गुरु-शिष्य परंपरा का सम्मान किया जाता है और नदी स्नान, दान व पूजा का विशेष महत्व होता है। राजद परिवार के लिए यह दिन और भी खास होगा क्योंकि लालू यादव अपने पोते को पहली बार गले लगाएंगे।
तेजस्वी यादव ने दिसंबर 2021 में राजश्री से प्रेम विवाह किया था, जिसने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में काफी चर्चा बटोरी थी। दिल्ली में हुए इस विवाह के बाद से ही दोनों की जोड़ी मीडिया और जनता के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। 2023 में कत्यानी के जन्म के बाद अब इराज के आगमन से परिवार का सुख और बढ़ गया है।