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पटना के बापू सभागार में आयोजित वैश्य महासम्मेलन सिर्फ एक सामाजिक आयोजन नहीं रहा, बल्कि यह बिहार की आगामी चुनावी राजनीति का एक प्रभावशाली मोड़ साबित हो सकता है। इस सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जिस तरह से व्यापारी समाज (बनिया समुदाय) को संबोधित किया।
तेजस्वी यादव ने ‘बनिया’ शब्द की परिभाषा को नई राजनीतिक व्याख्या दी। उन्होंने कहा कि बनिया मतलब बनाइए, कुछ बिगाड़िए नहीं। आप लोगों ने समाज को बनाया, अब बिहार को बनाइए।
BJP-JDU पर तीखा हमला
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार और बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में सरकार बदलती रही लेकिन व्यापारियों की स्थिति नहीं बदली। उन्होंने आंकड़े देते हुए कहा कि इस साल जून तक 100 से ज्यादा बनिया समाज के लोगों की हत्या हुई। ये सीधे-सीधे सरकार की विफल कानून व्यवस्था पर निशाना था।
उन्होंने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट बताती है कि पलायन, गरीबी और बेरोजगारी में बिहार नंबर वन है। ये तीन शब्द भाजपा-जदयू की राजनीति की कमजोर नस हैं, जिन पर विपक्ष बार-बार चोट कर रहा है।
व्यवसाय और निवेश पर बोले Tejashwi Yadav
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अपने भाषण में साफ किया कि उनकी सरकार बनने पर वे बिहार में वर्ल्ड क्लास IT पार्क, उद्योग, और टूरिज्म नीति पर विशेष ध्यान देंगे। उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार थी तो हमने समीर महासेठ को व्यापार विभाग की जिम्मेदारी दी थी ताकि राज्य में निवेश बढ़े।
मीडिया पर भी साधा निशाना
तेजस्वी ने कहा कि जब भी हम बोलते हैं तो मीडिया लालू यादव और तेजस्वी यादव की खामियां खोजता है, लेकिन व्यापारी समाज की हत्या और लूट की घटनाओं को नजरअंदाज कर देता है। तेजस्वी ने यह भी आरोप लगाया कि बिहार में “बिना घूस दिए कोई काम नहीं होता” और “पहले भ्रष्ट लोग शर्माते थे, अब खुलेआम पैसे मांगते हैं।” उन्होंने कहा कि मेरे घर के बाहर भी गोलियां चलीं लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।