/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/23/vijay-kumar-sinha-tejashwi-yadav-bihar-vidhan-sabha-2025-07-23-12-16-22.jpg)
बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान बुधवार को एक बार फिर राजनीतिक हंगामे का दृश्य देखने को मिला। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और विपक्ष के नेता विजय सिन्हा के बीच चुनाव आयोग और घुसपैठियों के मुद्दे को लेकर तीखी बहस छिड़ गई। सदन में दोनों नेताओं के बीच हुए इस विवाद ने एक बार फिर सरकार और विपक्ष के बीच बढ़ते तनाव को उजागर कर दिया।
विजय सिन्हा ने सदन में चुनाव आयोग के हलफनामे का जिक्र करते हुए कहा कि आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में दायर 780 पन्नों के दस्तावेज में कहीं भी बांग्लादेश, नेपाल या म्यांमार से घुसपैठियों का जिक्र नहीं किया है। इस पर तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि आप सिर्फ सूत्रों के आधार पर जनता को भरमाने का खेल खेल रहे हैं। जब चुनाव आयोग ही नहीं मानता कि घुसपैठिए हैं, तो आप क्यों झूठ फैला रहे हैं?
"विदेशी वोट से मोदी बने PM" – तेजस्वी का विवादित बयान
बहस के दौरान तेजस्वी यादव ने एक बयान देकर फिर से विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि वही विदेशी वोट से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन गए। अब आप चुनाव जीतकर दिखाइए। इस पर भाजपा विधायकों ने हंगामा खड़ा कर दिया और अध्यक्ष से तेजस्वी के बयान को expunge कराने की मांग की।
"तुम्हारे माता-पिता सालों मुख्यमंत्री रहे" – विजय सिन्हा का पलटवार
विजय सिन्हा ने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब तुम्हारी उम्र कम थी, तब तुम्हारे पिता (लालू यादव) 7 साल मुख्यमंत्री रहे, मां (राबड़ी देवी) भी मुख्यमंत्री रहीं, फिर तुम खुद उपमुख्यमंत्री बने। अगर तुम्हें इतना ही अनुभव है, तो चुनाव लड़ो और जीतकर दिखाओ। इस पर तेजस्वी ने झटके से जवाब देते हुए कहा कि हमने महिलाओं के लिए 50% आरक्षण दिया, आपने क्या किया?
सदन में अफरा-तफरी, अध्यक्ष हस्तक्षेप करने को मजबूर
दोनों नेताओं के बीच बहस इतनी तीखी हो गई कि सदन का कार्य प्रभावित हुआ। अध्यक्ष को बीच-बीच में हस्तक्षेप करके शांति बनानी पड़ी। कई बार स्थिति इतनी बिगड़ी कि विधायकों को अपनी-अपनी सीटों पर बैठने के लिए कहा गया।