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बिहार की मीडिया पर एक बड़ा विवाद छिड़ गया है। राजद (RJD) के युवा नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर बिहार के अखबारों को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के अखबारों ने पत्रकारिता के मूल सिद्धांतों को भुला दिया है और सरकारी विज्ञापनों के लालच में सच्ची खबरें छापना बंद कर दिया है।
"अखबार सिर्फ सरकारी प्रवक्ताओं के बयान छापते हैं" – तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में लिखा कि "बिहार के अखबार पत्रकारिता धर्म भूल चुके हैं। हमने कई बार प्रिंट मीडिया से अनुरोध किया कि बिहार की सबसे बड़ी पार्टी (RJD) और विपक्षी नेताओं को सरकार के जनविरोधी फैसलों और जनहित के मुद्दों पर जगह मिलनी चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य से, ये अखबार सरकारी विज्ञापनों पर पलते हैं और सत्ताधारी दलों के 'चिंटू-पिंटू' प्रवक्ताओं के बयानों से अपने पेज भर देते हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि "सबसे हैरानी की बात यह है कि जब सत्ता पक्ष के प्रवक्ता नेता प्रतिपक्ष के सवालों का जवाब देते हैं, तो अखबार उनकी प्रतिक्रिया तो छापते हैं, लेकिन नेता प्रतिपक्ष के मूल सवाल ही गायब कर देते हैं। यह पत्रकारिता नहीं, पक्षपात है!"
"अब बहुत हो चुका, जनता बायकॉट करेगी"
तेजस्वी ने चेतावनी देते हुए लिखा कि "अब बहुत हो चुका! बिहार में हमारी विचारधारा को मानने वाले करोड़ों संविधानप्रेमी लोग मीडिया के इस पक्षपातपूर्ण रवैये से आहत हैं। अगर ये अखबार सुधरने को तैयार नहीं हैं, तो अब इन्हें बायकॉट किया जाएगा। जनता अपने पैसे से इन धनपशुओं की तिजोरियां नहीं भरेगी।"
उन्होंने आगे कहा कि "इन अखबारों की विश्वसनीयता अब खतरे में है। इनका एकपक्षीय व्यवहार और अलोकतांत्रिक चरित्र हम याद रखेंगे।"