पटना, वाईबीएन संवाददाता। बिहार में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक समीकरणों में हलचल तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने हाल ही में एक ऐसा बयान दिया है, जिससे महागठबंधन के भीतर संभावित दरार की चर्चाएं तेज हो गई हैं। जायसवाल ने इशारों में कहा कि महागठबंधन में शामिल एक "प्रभावशाली दल" उनके गठबंधन से हाथ मिलाने की कोशिश कर रहा है।
कौन करना चाहता है गठबंधन?
हालांकि, उन्होंने सीधे तौर पर किसी पार्टी या नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि उनका इशारा विकासशील इंसान पार्टी (VIP) और इसके प्रमुख मुकेश सहनी की ओर था। जायसवाल ने कहा, "हमारे गठबंधन में पांच पांडव हैं। एक और है जो रात में लुका-छुपी खेल रहा है। वह महागठबंधन का मजबूत साथी है। अगर वह सम्मानजनक बातचीत करेगा तो हम विचार कर सकते हैं।"
डिप्टी सीएम के रूप में प्रोजेक्ट कर रहे मुकेश सहनी
यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब मुकेश सहनी राज्य के विभिन्न जिलों में जनसभाएं कर रहे हैं और खुद को भविष्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में पेश कर रहे हैं—बशर्ते महागठबंधन सत्ता में आए और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनें। हालांकि, अब तक आरजेडी या तेजस्वी यादव की ओर से इस दावे पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी सहनी की पार्टी
इसे महागठबंधन के भीतर सीटों के बंटवारे और नेतृत्व को लेकर असंतोष के रूप में देखा जा रहा है। सहनी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी कम से कम 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और उनका लक्ष्य 40 से अधिक सीटें जीतना है, ताकि निषाद समाज को आरक्षण की मांग को मजबूती से उठाया जा सके। अब सभी की नजर इस पर है कि क्या मुकेश सहनी बीजेपी की ओर कदम बढ़ाएंगे या यह सिर्फ दबाव बनाने की रणनीति है। साथ ही यह भी देखना दिलचस्प होगा कि महागठबंधन इस चुनौती का कैसे जवाब देता है।