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बिहार की राजनीति इन दिनों वोटर अधिकार यात्रा (Voter Adhikar Yatra) को लेकर गर्म है। यात्रा का छठा दिन शुक्रवार को भागलपुर के सुल्तानगंज पहुँचा, जहां राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का काफिला समर्थकों के बीच उत्साह का केंद्र बना रहा। चंपानगर इलाके में बुनकर समुदाय ने दोनों नेताओं का जोशीला स्वागत किया और INDIA गठबंधन की जीत का दावा किया। बुनकरों ने कहा कि राहुल गांधी उनके संघर्षों की आवाज़ उठाने वाले नेता हैं और इस बार बिहार में जनता महागठबंधन को बहुमत दिलाएगी।
जमालपुर में 20 मिनट तक मौलाना से बात
यात्रा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ VIP प्रमुख मुकेश सहनी भी मौजूद रहे। भागलपुर आने से पहले यह काफिला मुंगेर के जमालपुर पहुंचा था, जहां नेताओं ने खानकाह रहमानी के मौलाना से मुलाकात की। लगभग 20 मिनट चली इस बातचीत को स्थानीय राजनीतिक समीकरणों से जोड़कर देखा जा रहा है।
हालांकि, यात्रा के दौरान एक विवाद भी खड़ा हो गया। मुंगेर के सीमावर्ती इलाके घोरघट में 12 फीट ऊँची डॉ. भीमराव अंबेडकर की नई प्रतिमा का अनावरण बिना किए ही राहुल गांधी और तेजस्वी यादव आगे बढ़ गए। इससे स्थानीय लोग नाराज़ हो गए और माहौल तनावपूर्ण दिखा। स्थिति संभालने के लिए पूर्णिया सांसद ने शिलापट्ट का उद्घाटन किया, लेकिन लोगों की नाराज़गी पूरी तरह खत्म नहीं हुई।
अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण नहीं होने से नाराजगी
भागलपुर में उमड़ा जनसमर्थन और मुंगेर की नाराज़गी इस यात्रा के राजनीतिक मायनों को और गहरा करती है। एक ओर राहुल-तेजस्वी को बुनकर समाज का खुला समर्थन मिला, तो दूसरी ओर अंबेडकर प्रतिमा का अनावरण न करने से विरोध के स्वर तेज हो गए। बिहार की राजनीति में यह यात्रा आने वाले चुनावी समीकरणों को कितना बदल पाएगी, इस पर सभी की नज़रें टिकी हुई हैं।