अब बिना पंजीकरण के साथ आधार कार्ड लिंक किए बिना यात्री चारधाम की यात्रा नहीं कर पाएंगे। उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण अब आधार कार्ड से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है। यह कदम यात्रा में होने वाले फर्जीवाड़े को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है। पर्यटन सचिव ने बताया कि आधार कार्ड के अलावा, वोटर आईडी कार्ड समेत केंद्र सरकार द्वारा जारी अन्य पहचान पत्रों का भी पंजीकरण में उपयोग किया जा सकता है।
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए उठाए गए कदम
चार धाम यात्रा पंजीकरण को आधार लिंक करने के फैसले का तीर्थ पुरोहितों और होटल एसोसिएशन द्वारा विरोध किया गया। इस संबंध में मंगलवार को पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे से मुलाकात की। जहां सचिव ने स्पष्ट किया कि फर्जीवाड़े को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। पिछले वर्ष कई घटनाओं में एक ही नाम से पंजीकरण करने के बाद हुए दुरुपयोग को ध्यान में रखते हुए आधार लिंक पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। इसके जरिए ओटीपी आधारित प्रक्रिया को और भी सशक्त किया जाएगा। जिससे यात्रा में पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित होगी।
ऑफलाइन पंजीकरण भी करा सकेंगे यात्री
सचिव ने यह भी बताया कि जिनके पास आधार नहीं है, वे भारत सरकार से मान्यता प्राप्त अन्य पहचान पत्रों से पंजीकरण करवा सकते हैं। इसके अलावा यात्रियों के लिए ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। इस वर्ष भी हर यात्री को दर्शन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी और बिना दर्शन के कोई भी यात्री यात्रा पर नहीं जाएगा। एसोसिएशन के विरोध के बाद सचिव ने यह भी स्पष्ट किया कि पंजीकरण में यात्रा की संख्या निर्धारित करने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है। यदि यात्रियों की संख्या में वृद्धि होती है, तो जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान मिलकर क्राउड मैनेजमेंट के लिए आवश्यक निर्णय लेंगे।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई
यात्रा के दौरान भ्रामक वीडियो बनाने वाले और पुरानी क्लिपिंग्स को सोशल मीडिया पर फैलाने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कुछ हेली सेवाएं जो केदारनाथ मंदिर के ऊपर से उड़ान भरती हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गंगोत्री मंदिर समिति ने भी हेलीपैड निर्माण में आ रही अड़चनों को दूर करने की मांग की और कहा कि इस यात्रा सीजन में गंगोत्री के लिए हवाई सेवा शुरू की जाए। बैठक में महापंचायत महासचिव बृजेश सती, उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी, केदार सभा के प्रवक्ता पंकज शुक्ला और अन्य प्रमुख सदस्य उपस्थित थे।