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CM धामी का 'उत्तराखंड मॉडल' : 4 साल, कई चुनौतियां, कितने समाधान? | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
देहरादून, वाईबीएन डेस्क:सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) के अवसर पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर सीएम ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिजनों को सम्मानित किया और पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए कई अहम घोषणाएं भी कीं।
परमवीर चक्र की अनुग्रह राशि डेढ़ करोड़
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने परमवीर चक्र विजेताओं की अनुग्रह राशि को 50 लाख से बढ़ाकर 1.5 करोड़ रुपये कर दिया है। इसके अलावा शहीदों के परिजनों को मिलने वाली अनुग्रह राशि 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की गई है। मेडल्स और वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों को दी जाने वाली एकमुश्त और वार्षिक धनराशि में भी वृद्धि की गई है।
पूर्व सैनिकों के लिए बनेगा सैनिक विश्राम गृह
सीएम ने चमोली जिले के कालेश्वर में ईसीएचएस एवं सैनिक विश्राम गृह तथा नैनीताल में सैनिक विश्राम गृह के निर्माण की घोषणा की। उन्होंने बताया कि उपनल के माध्यम से राज्य के 22,500 लोगों को रोजगार दिया जा रहा है, जिनकी विनियमितीकरण प्रक्रिया को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उपनल के जरिये पूर्व सैनिकों को विदेशों में रोजगार दिलाया जाएगा, जिनमें 50% सिविलियन भी शामिल होंगे।
कारगिल की गूंज आज भी कायम
सीएम ने कहा कि कारगिल की घाटियों में भारत के जवानों का साहस और शौर्य आज भी गूंज रहा है। उत्तराखंड के 75 वीर जवानों ने कारगिल युद्ध में सर्वोच्च बलिदान दिया था। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत सेना ने चार दिनों में पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया, जिससे दुश्मनों को सख्त संदेश गया कि भारत की बेटियों के सिंदूर पर हमला बर्दाश्त नहीं होगा।
पूर्व सैनिकों को मिलेगी बस यात्रा में छूट
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों और पूर्व सैनिकों के लिए परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा की व्यवस्था की गई है। साथ ही सेवारत और पूर्व सैनिकों को 25 लाख रुपये तक की संपत्ति खरीद पर स्टाम्प ड्यूटी में 25% की छूट दी जा रही है। वहीं शहीद के आश्रितों को सरकारी नौकरी में समायोजित करने की व्यवस्था की गई है, और इसके लिए आवेदन की समयसीमा को दो साल से बढ़ाकर पांच साल किया गया है।
यह बोले सैनिक कल्याण मंत्री
कार्यक्रम में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर सैनिकों के हित में काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के अब तक 1831 जवान शहीद हुए हैं, जिनमें 1528 को वीरता पुरस्कार और 344 को विशिष्ट सेवा पदक प्राप्त हुए हैं। राज्य सरकार ने अब तक 37 शहीद आश्रितों को सरकारी नौकरी दी है। इस मौके पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक खजान दास, विधायक सविता कपूर, दायित्वधारी विनोद उनियाल, सचिव सैनिक कल्याण दीपेंद्र चौधरी, मेजर जनरल सम्मी सबरवाल आदि उपस्थित रहे। cm dhami