पटना, वाईबीएन नेटवर्क : बिहार विधानसभा के चुनाव में कुछ महीने बचे हैं। विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में लगातार बैठकों का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में दूसरी बार इंडिया गठबंधन के घटक दलों की प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में बैठक शुरू हो गई है। इंडिया गठबंधन की कोआर्डिनेशन बनने के बाद तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में आज पहली बैठक है।
तेजस्वी यादव कर हैं बैठक की अध्यक्षता
तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में इंडिया गठबंधन कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में 1 बजे से बुलाई गई थी। इस बैठक में गठबंधन के सभी 6 घटक दल के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए इंडिया गठबंधन मैं 6 घटक दलों के 13 नेताओं को कोआर्डिनेशन कमेटी में क्या है कोआर्डिनेशन कमेटी का रूप: बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए इंडिया गठबंधन की तरफ से जो कोआर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है, उसमें गठबंधन के 6 घटक दलों के दो-दो सदस्य को शामिल किया गया है। 13 सदस्य कोऑर्डिनेशन कमेटी में हर पार्टी के दो-दो सदस्य और तेजस्वी यादव इस कमेटी की अध्यक्षता कर रहे हैं। यानी राजद के तरफ से तीन और अन्य पांच घटक दलों कांग्रेस, CPIML, CPI, CPM और VIP पार्टी के दो दो सदस्य कोऑर्डिनेशन कमेटी में शामिल हैं।
सीट शेयरिंग और सीएम के चेहरे पर बात
कोआर्डिनेशन कमेटी विधानसभा चुनाव में गठबंधन का मेनिफेस्टो तो जॉइंट कैंपेन कैसे किया जाए, मीडिया व सोशल मीडिया में गठबंधन की बात कैसे रखी जाए यह तय करेगा। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए तेजस्वी यादव की राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ दिल्ली में मुलाकात हुई। इसके बाद पटना के राजद कार्यालय में पहली बार इंडिया गठबंधन के घटक दलों की बैठक 17 अप्रैल को बुलाई गई थी। इंडिया गठबंधन के बीच सबसे बड़ी चुनौती गठबंधन का चेहरा और सीट शेयरिंग को लेकर है। आज की बैठक में घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग पर चर्चा होने की संभावना है।
सीट शेयरिंग के फार्मूले पर मांग कर ही है कांग्रेस
बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 2020 के सीट शेयरिंग फार्मूले पर चुनाव लड़ने की मांग करती रही है। पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह सहित पार्टी के कई बड़े नेता 2020 विधानसभा चुनाव के सीट शेयरिंग के फार्मूले पर ही 2025 विधानसभा चुनाव लड़ने की मांग कर चुके हैं। 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बिहार की 243 सीटों में से 70 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। 2020 के फार्मूले के तहत कांग्रेस लगातार आरजेडी पर दबाव बना रही है कि जितनी सीटों पर पिछली बार कांग्रेस चुनाव लड़ी थी उतनी सीट कांग्रेस को फिर से दी जाए। 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के तहत आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआईएमएल , सीपीआई और सीपीएम के बीच गठबंधन हुआ था। महागठबंधन में सीट शेयरिंग फार्मूले के तहत राजद 144, कांग्रेस 70 , सीपीआईएमएल 19, सीपीआई 6 और सीपीएम 4 सीट पर बिहार विधानसभा का लड़ी थी।
कांग्रेस का प्रदर्शन खराब
2020 विधानसभा चुनाव में 70 सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, मात्र 19 सीटों पर उसे जीत हासिल हो सकी।2020 विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद यह चर्चा शुरू हो गई थी कि कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के कारण ही तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बन सके।