नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्कदिल्ली की
सीएम रेखा गुप्ता ने गुरुवार को आम आदमी पार्टीपर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि विगत सरकार ने स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के नाम पर 7 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन आज तक इस यूनिवर्सिटी का कहीं भी अस्तित्व नहीं है। रेखा गुप्ता ने कहा कि आप सरकार ने स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन यह यूनिवर्सिटी कहां है, इस बारे में किसी को कुछ भी नहीं पता। यह योजना केवल कागजों पर दिखाई देती है, जबकि असलियत में धरातल पर इसका कोई काम नहीं हुआ।
विधानसभा में उठाया मुद्दा
दिल्ली विधानसभा में अपने बयान में सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के नाम पर आप सरकार ने विज्ञापनों पर 7 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन अब तक यह यूनिवर्सिटी जमीन पर कहीं नहीं दिखाई दी। उन्होंने विपक्ष से सवाल करते हुए कहा कि कहां हैं स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी? क्या इसका कोई ठोस अस्तित्व है?" इसके अलावा रेखा गुप्ता ने यह भी आरोप लगाया कि आप सरकार ने दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी के विज्ञापनों पर भी 25 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन इन योजनाओं का भी कोई असर दिखाई नहीं दिया।
विपक्ष के आरोपों पर पलटवार
दिल्ली सीएम ने आप सरकार के प्रचार और योजनाओं को लेकर भी कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आप सरकार केवल अपनी प्रशंसा करती रही है, लेकिन उनके द्वारा बनाई गई योजनाएं केवल कागजों पर ही दिखी हैं। धरातल पर इनका कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
रेखा गुप्ता ने आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने भले ही कागजों पर फंड दिखाए, लेकिन समाज के लिए उनका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया। विशेष रूप से अनुसूचित जाति (SC) के उत्थान के लिए किए गए प्रयासों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग बाबा साहब अंबेडकर का नाम लेकर राजनीति करते हैं, उन्होंने उसी समाज के साथ अन्याय किया।
बजट पर भाजपा और आप के बीच बहस
दिल्ली के बजट को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच जुबानी जंग जारी है। हाल ही में आप की नेता
आतिशी ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए इसे बजट को "हवा-हवाई" बताया था। इसके जवाब में भाजपा नेताओं ने कहा कि आप सरकार केवल अपनी नाकामी को छिपाने के लिए ऐसे बयान दे रही है। दिल्ली के शिक्षा बजट को लेकर भी दोनों पार्टियों के बीच तीखी बहस देखने को मिली है। इस बीच रेखा गुप्ता ने दिल्ली के विकास कार्यों को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा कि दिल्ली सरकार को जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए न कि सिर्फ विज्ञापनों और प्रचार पर खर्च करना चाहिए।