नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: बुधवार रात उत्तर भारत के कई हिस्सों में मौसम ने अचानक करवट ले ली, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। दिल्ली-NCR समेत कई राज्यों में तेज हवाएं, बारिश और ओलावृष्टि हुई, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हो गई और ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई। राजधानी दिल्ली के सफदरजंग इलाके में हवाएं 79 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं, जिसने कई जगहों पर पेड़ गिरा दिए और बिजली लाइनें क्षतिग्रस्त कर दीं।
कुछ इलाकों में ओलावृष्टि भी हुई
गाजियाबाद में तेज आंधी के बाद बारिश का दौर शुरू हुआ, जबकि कुछ इलाकों में ओलावृष्टि भी हुई, जिसने गर्मी से राहत तो दी लेकिन आम जनजीवन में मुश्किलें भी बढ़ा दीं। दिल्ली के पालम क्षेत्र में भी हवाओं की रफ्तार 72 किलोमीटर प्रति घंटे रही, जिससे कई पेड़ उखड़ गए और बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
यहां रही बिजली बाधित
पूर्वी दिल्ली के यमुना विहार, भजनपुरा और गोकलपुरी जैसे इलाकों में तेज धूलभरी आंधी उठी, जिससे अचानक दृश्यता (विजिबिलिटी) कम हो गई। लोगों को सड़कों पर आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में भी तेज आंधी ने कहर बरपाया। कई इलाकों में पेड़ गिरने की खबरें सामने आईं, जिससे ट्रैफिक जाम हो गया और कई क्षेत्रों में बिजली सप्लाई बाधित हुई।
उत्तराखंड में भी मौसम ने अचानक रुख बदला
दिल्ली-NCR के अलावा उत्तराखंड में भी मौसम ने अचानक रुख बदला। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की चेतावनी के अनुसार राज्य के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हुई। उत्तरकाशी के यमुनोत्री और बड़कोट क्षेत्र में तेज बारिश के कारण नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया, जिससे कई स्थानों पर सड़क मार्ग बाधित हो गए। पौड़ी जिले के बिरोंखाल क्षेत्र में भारी बारिश से ग्रामीण इलाकों का संपर्क कट गया। देहरादून और उसके आसपास के इलाकों में भी बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई और लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली।
मौसम विभाग ने लगाया था बारिश का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने पहले ही 19 से 24 मई के बीच तेज हवाओं और बारिश का पूर्वानुमान जारी किया था। विभाग का कहना है कि इस अवधि में आसमान में आंशिक बादल छाए रहेंगे और हवाएं 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। मौसम में यह बदलाव जहां एक ओर लू से राहत देगा, वहीं दूसरी ओर आंधी और बारिश के कारण लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।