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Justice Yashwant Verma के आवास के पास नोटों में लगी आग, जांच जारी, नया वीडियो आया सामने

दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास के पास जले हुए नोटों के बंडल मिलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं और इसकी जांच तेज कर दी गई है।

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Ranjana Sharma
Justice Yashwant Verma
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। 

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दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास के पास जले हुए नोटों के बंडल मिलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं और इसकी जांच तेज कर दी गई है। शनिवार 22 मार्च 2025 को दिल्ली पुलिस को सूचना मिली कि जस्टिस वर्मा के सरकारी आवास के पास 500 रुपये के जले हुए और फटे नोट पड़े हैं। जांच एजेंसियों ने मौके से सबूत जुटाए हैं इस बीच एक नया वीडियो सामने आया है। जिसमें जले हुए नोटों दिखाई दे रहे हैं। शनिवार को सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस और फायर ब्रिगेड से मिले सबूतों को अपनी वेबसाइट पर जारी किया।

मामले में एक नया वीडियो सामने आया है

शनिवार 22 मार्च 2025 को जस्टिस वर्मा के सरकारी आवास के पास जले हुए नोटों के बंडल मिलने की खबर सामने आई। मामले की जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस और फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। इस दौरान बरामद किए गए नोटों के टुकड़ों की तस्वीरें और वीडियो सुप्रीम कोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर भी साझा किए गए हैं। नए वीडियो में 500 रुपये के नोट अधजली और फटी हुई अवस्था में बिखरे नजर आ रहे हैं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह नोट किसके थे और इन्हें क्यों जलाया गया। फॉरेंसिक टीम और पुलिस इस मामले की जांच कर रही हैं।

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जांच एजेंसियों की सक्रियता

इस मामले में दिल्ली पुलिस, ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और आयकर विभाग भी जांच में जुटे हुए हैं। नोटों के स्रोत और इन्हें जलाने के पीछे की वजहों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

क्या है जस्टिस यशवंत वर्मा का बयान?

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अब तक इस मामले में जस्टिस यशवंत वर्मा की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि सूत्रों के अनुसार यह मामला उनके निजी जीवन या कार्यक्षेत्र से जुड़ा नहीं लग रहा है। 

कोई साजिश या काले धन का है मामला 

जांच एजेंसियां जल्द ही इस मामले में विस्तृत जानकारी साझा कर सकती हैं। यदि कोई संदिग्ध गतिविधि पाई जाती है, तो इस पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। इस मामले की पारदर्शी जांच के लिए दिल्ली पुलिस, ईडी और अन्य एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं—क्या यह काले धन को नष्ट करने की साजिश है या किसी अन्य अपराध से जुड़ा मामला? जांच पूरी होने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।

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