नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली में पिछली आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के दौरान हुए कथित क्लासरूम निर्माण घोटाले को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। सूत्रों के मुताबिक, ED ने कई ठेकेदारों और निजी संस्थाओं के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है। बुधवार 18 जून 2025 को ईडी की छापेमार कार्रवाई से दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आ गया है और आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। यह मामला हजारों करोड़ रुपये के कथित अनियमितताओं से जुड़ा है, जिसने दिल्ली के शिक्षा मॉडल पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दिल्ली की सियासत में एक बार फिर हड़कंप गया है। इस बार केंद्र में है पिछली आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के दौरान हुए कथित क्लासरूम निर्माण घोटाले का मामला, जिसमें प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी जांच का शिकंजा कस दिया है। बुधवार 18 जून 2025 को ED ने राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में कई ठेकेदारों और निजी संस्थाओं के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। यह कार्रवाई उन आरोपों के बाद की गई है, जिनमें कहा गया है कि स्कूलों में क्लासरूम के निर्माण में भारी अनियमितताएं बरती गईं और नियमों को ताक पर रखकर फायदा पहुंचाया गया।
क्या है क्लासरूम निर्माण घोटाला?
यह पूरा मामला दिल्ली सरकार के स्कूलों में क्लासरूम के निर्माण से जुड़ा है। आरोप है कि स्कूलों में नए क्लासरूम बनाने और पुराने क्लासरूम को अपग्रेड करने के नाम पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए गए, लेकिन इसमें नियमों का पालन नहीं किया गया। बताया जा रहा है कि टेंडर प्रक्रिया में धांधली की गई, निर्धारित मानकों से अधिक लागत पर ठेके दिए गए और कुछ मामलों में तो बिना निर्माण के ही भुगतान कर दिया गया। यह घोटाला तब सामने आया जब विजिलेंस डिपार्टमेंट ने इसमें अनियमितताओं की शिकायत की।
सूत्रों के मुताबिक, ED की टीम ने बुधवार सुबह से ही कई जगहों पर एक साथ दबिश दी। जिन ठिकानों पर छापेमारी की गई है, उनमें वे ठेकेदार और कंपनियां शामिल हैं, जिन्हें क्लासरूम निर्माण के प्रोजेक्ट मिले थे। ED के अधिकारी इन छापों के दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल साक्ष्य और बैंक लेनदेन से जुड़ी जानकारी खंगाल रहे हैं। इस कार्रवाई से यह साफ है कि जांच एजेंसी इस मामले की तह तक जाने को लेकर गंभीर है।
AAP सरकार पर लगे गंभीर आरोप
यह कथित क्लासरूम निर्माण घोटाला ऐसे समय में सामने आया है, जब आम आदमी पार्टी पहले से ही कई अन्य जांचों का सामना कर रही है। विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि AAP सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार अपने चरम पर था। इस क्लासरूम निर्माण घोटाले को लेकर भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही पार्टियों ने AAP को घेरा है। उनका कहना है कि शिक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्र में इस तरह की अनियमितताएं बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
दिल्ली सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि यह विपक्षी दलों द्वारा रची गई साजिश है ताकि उनके शिक्षा मॉडल को बदनाम किया जा सके। AAP का दावा है कि दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाई गई है और सभी निर्माण कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ किए गए हैं। हालांकि, ED की यह कार्रवाई इन दावों पर सवाल उठाती है।
ED की यह छापेमारी निश्चित रूप से इस मामले में जांच को एक नए मुकाम पर ले जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि ED जल्द ही इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां भी कर सकती है। इस घोटाले में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संस्था को बख्शा नहीं जाएगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह मामला क्या मोड़ लेता है और क्या यह दिल्ली की राजनीति में बड़े बदलाव का कारण बनता है।
इस क्लासरूम निर्माण घोटाले की जांच से यह भी साफ होगा कि क्या दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल की चमक के पीछे कुछ गहरे राज छिपे हैं। दिल्ली के आम नागरिक भी इस बात को जानना चाहते हैं कि उनके बच्चों के भविष्य के नाम पर खर्च किए गए पैसों का सही इस्तेमाल हुआ या नहीं।
क्या आप इससे सहमत हैं कि इस मामले की पूरी और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए? कमेंट करके अपनी राय बताएं!
Enforcement Directorate | trending Delhi news |