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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।‘दिल्ली बर्ड एटलस’पहल के शुरुआती एक वर्ष में राष्ट्रीय राजधानी के आर्द्रभूमि, रिज वनों, शहरी क्षेत्र से सटे गांवों और कॉलोनियों में पक्षियों की कुल 221 प्रजातियों के बारे में पता चला है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार यह आम लोगों की एक पहल है, जिसमें 200 से अधिक स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया और 1,150 पक्षियों की सूची तैयार की गई। ‘एटलस’ का एक वर्ष पूरा होने के मौके पर इस सप्ताह लोधी रोड स्थित ‘वर्ल्ड वाइड फंड’ (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) ऑडिटोरियम में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
मौसमी, ग्रिड-आधारित पद्धति का उपयोग किया
बयान में कहा गया है कि ‘दिल्ली बर्ड एटलस’ टीम ने वन विभाग और अन्य संरक्षण समूहों के सहयोग से इसका नेतृत्व किया। इस परियोजना में पक्षियों का पता लगाने के लिए मौसमी, ग्रिड-आधारित पद्धति का उपयोग किया गया है और वैश्विक ‘ईबर्ड प्लेटफॉर्म’ के माध्यम से पक्षियों का डेटा साझा किया गया है। मुख्य वन्यजीव वार्डन श्याम सुंदर कांडपाल ने बताया, ‘‘दिल्ली बर्ड एटलस बहुत अच्छा काम कर रहा है और उन्हें हमारा पूरा समर्थन प्राप्त है।’’ दिल्ली के वन संरक्षक जेबेस्टिन ए. ने बताया कि इतने कम समय में 100 प्रतिशत क्षेत्र में कार्य पूरा करना एक सराहनीय प्रयास है। पक्षी-प्रेमी समुदाय की प्रतिबद्धता परिणामों में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।
सर्दियों के सर्वे में पक्षियों की 200 प्रजातियां मिली
दिल्ली वन विभाग विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर बर्ड एटलस तैयार कर रहा है। विभाग की तरफ से दो सर्वे अभी और किए जाने हैं, इसके बाद एटलस लॉन्च किया जाएगा। बता दें कि इससे पहले भी सर्दियों के सर्वे में पक्षियों की 200 प्रजातियां मिली थीं। इसमें 160 प्रजातियों के पक्षी पाए गए हैं। दिल्ली वन व वन्यजीव विभाग इस बर्ड एटलेस को तैयार करवा रहा है। अधिकारी के अनुसार, इन 160 प्रजातियो में करीब 21 नई है। ये सर्दियों के सर्वे में नहीं पाई गई थी। सर्दियों का सर्वे 1 जनवरी से फरवरी के पहले हफ्ते के दौरान किया गया था। उसमें 200 प्रजातियां मिली थीं।
अक्टूबर में जारी करने की प्लानिंग
दोनों सर्वे के बाद अब इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट इसी साल अक्टूबर में जारी करने की प्लानिंग है। अक्टूबर में वाइल्डलाइफ वीक मनाया जाता है। दिल्ली बर्ड एटलेस की ओर से दिल्ली में पक्षियों की विविधता के बारे में डिटेल जानकारी दी जाएगी। इसमें प्रजातियों और यह कहां-कहां दिख रही है जैसी जानकारी मिलेगी। दिल्ली बर्ड एटलेस 2026 के अंत तक लॉन्च करने की तैयारी है। इससे पूर्व इसमें पक्षियों के दो और सर्वे किए जाएंगे।