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Big Breaking : "दिल्ली के दिल में खूनी दहशत! गाजीपुर मुठभेड़ में गोली खाकर गिरा कुख्यात बदमाश" | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । आज मंगलवार 22 जुलाई 2025 को सुबह दिल्ली के गाजीपुर पेपर मार्केट में पुलिस और एक कुख्यात बदमाश खेमचंद के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में 10 से ज्यादा गंभीर वारदातों में शामिल बदमाश को गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस के मुताबिक, उसके पकड़े जाने से राजधानी में अपराधों पर लगाम लगने की उम्मीद है।
गाजीपुर का शांत इलाका मंगलवार 22 जुलाई 2025 की सुबह अचानक गोलियों की आवाज से गूंज उठा। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि 10 से अधिक सनसनीखेज वारदातों को अंजाम देने वाला एक वांछित अपराधी गाजीपुर पेपर मार्केट इलाके में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने जाल बिछाया। जैसे ही बदमाश को पुलिस की भनक लगी, उसने फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। कुछ ही देर चली मुठभेड़ में बदमाश के पैर में गोली लगी और वह वहीं गिर पड़ा। उसे तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया कि यह बदमाश लूट, डकैती और हत्या के प्रयास जैसे कई गंभीर मामलों में वांछित था। इसकी गिरफ्तारी से दिल्ली में सक्रिय कई आपराधिक गिरोहों पर भी शिकंजा कस सकता है।
दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर पेपर मार्केट में एक पुलिसकर्मी पर हमला करने वाले एक अपराधी को स्पेशल स्टाफ और एंटी-नारकोटिक्स स्क्वॉड ने मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया। सीलमपुर निवासी 35 वर्षीय खेमचंद नाम के इस आरोपी पर एक दर्जन से ज़्यादा आपराधिक मामले… pic.twitter.com/wQhaJ4aadf
— IANS Hindi (@IANSKhabar) July 22, 2025
कौन था ये बदमाश और इसकी क्या है हिस्ट्री?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, घायल बदमाश की पहचान खेमचंद (35) निवासी सीलमपुर के रूप में हुई है, जो पिछले कई महीनों से दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। राहुल पर दिल्ली-एनसीआर में चेन स्नैचिंग, मोबाइल झपटमारी, घरों में सेंधमारी और हथियार दिखाकर लूटपाट की कई वारदातें दर्ज हैं।
गैंग का सरगना: खेमचंद एक छोटे लेकिन शातिर गिरोह का मुखिया था, जो सुनसान इलाकों और भीड़भाड़ वाली जगहों पर वारदातों को अंजाम देता था।
तेज तर्रार: वह इतनी तेजी से घटनाओं को अंजाम देता था कि पीड़ित को संभलने का मौका ही नहीं मिलता था।
हथियारों का इस्तेमाल: अक्सर वह अपनी वारदातों में हथियारों का इस्तेमाल करता था, जिससे लोगों में खौफ बना रहता था।
फरार चल रहा था: कई बार पुलिस के हाथ आते-आते वह चकमा देकर फरार हो गया था।
पुलिस का कहना है कि खेमचंद की गिरफ्तारी से कई अनसुलझे मामलों की गुत्थी सुलझ सकती है। उसकी निशानदेही पर उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है।
गाजीपुर पेपर मार्केट क्यों बना अपराधियों का अड्डा?
गाजीपुर पेपर मार्केट और इसके आसपास के इलाके पहले भी कई बार आपराधिक गतिविधियों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। यह इलाका दिल्ली-यूपी बॉर्डर के करीब है, जिससे अपराधियों को वारदात के बाद भागने में आसानी होती है। इसके अलावा, यहां की घनी आबादी और संकरी गलियां भी अपराधियों के लिए छिपने का आदर्श स्थान प्रदान करती हैं।
स्थानीय निवासियों ने कई बार पुलिस से इस क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की मांग की थी। आज की मुठभेड़ के बाद लोगों में सुरक्षा की भावना कुछ हद तक बहाल हुई है।
दिल्ली पुलिस की बड़ी कामयाबी
यह मुठभेड़ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। डीसीपी (क्राइम) ने बताया कि उनकी टीम पिछले कई हफ्तों से खेमचंद पर नजर रखे हुए थी। विशेष इनपुट के आधार पर आज सुबह यह ऑपरेशन चलाया गया। उन्होंने कहा, "हमारी प्राथमिकता राजधानी को अपराध मुक्त बनाना है और ऐसे अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।"
इस मुठभेड़ के बाद दिल्ली पुलिस ने साफ कर दिया है कि अपराध करने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा और ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। गाजीपुर मुठभेड़ जैसी घटनाएं दिखाती हैं कि दिल्ली पुलिस राजधानी में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है।
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