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3 दिन - 10 स्कूल - एक ही पैटर्न : Delhi के बच्चों को कौन डरा रहा है? धमकी भरे ई-मेल्स के पीछे क्या है बड़ा खेल? | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।दिल्ली में स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकियों ने माता-पिता, छात्रों और स्कूल प्रशासन को गहरे सदमे में डाल दिया है। पिछले तीन दिनों में राजधानी के करीब 10 स्कूलों और एक कॉलेज को ऐसे ई-मेल मिले हैं, जिनमें बम होने की बात कही गई है। यह सिर्फ एक चेतावनी है या इसके पीछे कोई बड़ा षड्यंत्र, दिल्ली पुलिस इसकी गहनता से जांच कर रही है।
दिल्ली में शिक्षा के मंदिरों को निशाना बनाने वाली बम की धमकियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज सुबह द्वारका स्थित सेंट थॉमस स्कूल, वसंत कुंज स्थित वसंत वैली स्कूल, हौज़ खास स्थित मदर्स इंटरनेशनल स्कूल, पश्चिम विहार स्थित रिचमंड ग्लोबल स्कूल और लोदी एस्टेट स्थित सरदार पटेल विद्यालय को ई-मेल के ज़रिए बम से उड़ाने की धमकी मिली। यह घटना पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में चल रहे ऐसे ही माहौल का हिस्सा है, जहां लगातार स्कूलों को डराया जा रहा है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर माता-पिता की चिंताएं आसमान छू रही हैं।
द्वारका स्थित सेंट थॉमस स्कूल, वसंत कुंज स्थित वसंत वैली स्कूल, हौज़ खास स्थित मदर्स इंटरनेशनल स्कूल, पश्चिम विहार स्थित रिचमंड ग्लोबल स्कूल और लोदी एस्टेट स्थित सरदार पटेल विद्यालय को आज सुबह ईमेल के ज़रिए बम से उड़ाने की धमकी मिली। पिछले तीन दिनों में लगभग 10 स्कूलों और एक…
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 16, 2025
दिल्ली के स्कूलों में बम की धमकी: माता-पिता परेशान, पुलिस अलर्ट पर!
सोमवार को साउथ दिल्ली के संस्कृति स्कूल और नई दिल्ली के इंडियन स्कूल को भी इसी तरह की धमकी मिली थी। इन धमकियों के बाद, स्कूलों को तुरंत खाली कराया गया और दिल्ली पुलिस की टीमों ने बम निरोधक दस्तों के साथ मिलकर सघन तलाशी अभियान चलाया। शुक्र है कि अब तक किसी भी स्कूल में कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है। लेकिन यह राहत सिर्फ अस्थायी है, क्योंकि हर नई धमकी के साथ दहशत फिर से घर कर जाती है।
सवाल यह उठता है कि आखिर कौन है इन धमकियों के पीछे? क्या यह किसी की शरारत है, या इसके तार किसी बड़े आपराधिक या आतंकी साजिश से जुड़े हैं? दिल्ली पुलिस ने इन ई-मेल के आईपी एड्रेस और सोर्स की पड़ताल शुरू कर दी है। साइबर सेल इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है ताकि इन धमकियों के पीछे के मास्टरमाइंड का पता लगाया जा सके।
बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि
हर बार धमकी मिलने पर, स्कूल प्रबंधन और पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती बच्चों और कर्मचारियों की तत्काल निकासी सुनिश्चित करना होता है। यह एक संवेदनशील प्रक्रिया है, जिसमें बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है। कई माता-पिता अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर इतने चिंतित हैं कि वे उन्हें स्कूल भेजने से कतराने लगे हैं। ऐसे में स्कूलों को भी चाहिए कि वे सुरक्षा प्रोटोकॉल को और मजबूत करें और माता-पिता के साथ लगातार संवाद बनाए रखें।
तत्काल निकासी: धमकी मिलने पर सबसे पहले बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालना।
पुलिस को सूचना: तुरंत स्थानीय पुलिस और बम निरोधक दस्ते को सूचित करना।
सघन तलाशी: स्कूल परिसर की चप्पे-चप्पे की जांच।
मानसिक समर्थन: बच्चों और स्टाफ को मनोवैज्ञानिक सहायता देना।
दिल्ली पुलिस के लिए यह एक बड़ी चुनौती है। उन्हें न केवल इन धमकियों की तह तक जाना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि शहर में एक सामान्य माहौल बना रहे और लोग अनावश्यक रूप से घबराएं नहीं। पुलिस ने सभी स्कूलों को अलर्ट रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना देने की अपील की है। साथ ही, अफवाहों पर ध्यान न देने की भी सलाह दी गई है।
दिल्ली में बम की धमकियां एक गंभीर विषय है, जो हमारे बच्चों के भविष्य और सुरक्षा से जुड़ा है। उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही इस मामले का खुलासा करेगी और दोषियों को पकड़कर न्याय के कटघरे में खड़ा करेगी। तब तक, हमें सतर्क रहने और धैर्य बनाए रखने की आवश्यकता है। यह समय एकजुटता दिखाने का है, ताकि हमारे बच्चे सुरक्षित महसूस कर सकें।
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