नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। दिल्ली पुलिस ने लाखों रुपये की ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो फर्जी ट्रेडिंग ऐप के माध्यम से लोगों को ठगता था। पुलिस ने बताया कि उसने इस प्रकरण में दो निजी बैंक के कर्मचारियों सहित चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जो जाली दस्तावेज़ों और फर्जी कंपनियों के माध्यम से धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे थे। Crime in India | Crime Investigation | crimenews | crime latest
11 चेक बुक और तीन पैन कार्ड बरामद
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अमन कुमार, राहुल त्यागी, अंकित नागर और अभिषेक सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन, 11 चेक बुक और तीन पैन कार्ड बरामद किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई पटेल नगर निवासी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद की गई, जिसमें आरोप लगाया गया था कि सोशल मीडिया पर विज्ञापन के माध्यम से प्रचारित एक फर्जी ट्रेडिंग एप्लीकेशन के जरिए निवेश करने का लालच देकर उससे 16.70 लाख रुपये ठगे गए हैं।
धोखाधड़ी के आरोप में नोएडा का बिल्डर गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक रियल एस्टेट कारोबारी को एक निजी बैंक से कथित तौर पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी अनिल मिठास (52) नोएडा का निवासी है और एक रियल एस्टेट समूह का निदेशक व कंपनी में उसकी अधिक हिस्सेदारी है।
नोएडा के अनिल मिठास को किया गिरफ्तार
निजी बैंक ने ‘मेसर्स उन्नति फॉर्च्यून होल्डिंग लिमिटेड’ (यूएफएचएल) द्वारा नोएडा और गुड़गांव में परियोजनाओं के निर्माण के लिए 2016 और 2017 में 100 करोड़ रुपये व 65 करोड़ रुपये के ऋण मंजूर किए थे। हालांकि, जांच में यह पाया गया कि मिठास ने कथित तौर पर तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया था और ऋण राशि का गबन किया था। पुलिस ने सारे सबूत जुटाकर अनिल मिठास को आठ मई को गिरफ्तार कर लिया था