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दिल्ली में मलेरिया और डेंगू के मामले घटे, घरेलू लार्वा की जांच करने वाले कर्मियों की हड़ताल जारी

इस वर्ष इनमें से किसी भी वेक्टर जनित रोग से कोई मृत्यु नहीं हुई है। इस वर्ष मलेरिया के मामलों की संख्या 2024 में इसी अवधि के दौरान दर्ज 587 से कम रही है, लेकिन 2023 में इसके 346 मामले सामने आए थे। 

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Mukesh Pandit
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। दिल्ली में इस वर्ष अब तक मलेरिया के 551 मामले, डेंगू के 991 मामले और चिकनगुनिया के 104 मामले दर्ज किए गए हैं तथा मलेरिया और डेंगू के मामले पिछले वर्ष की तुलना में घट गए हैं। आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली। चिकनगुनिया संक्रमण में वृद्धि देखी गई है- 2024 में इसी अवधि के दौरान 83 और 2023 में इस संक्रमण के 29 मामले सामने आए थे। इस वर्ष इनमें से किसी भी वेक्टर जनित रोग से कोई मृत्यु नहीं हुई है। इस वर्ष मलेरिया के मामलों की संख्या 2024 में इसी अवधि के दौरान दर्ज 587 से कम रही है, लेकिन 2023 में इसके 346 मामले सामने आए थे जबकि 2022 में 182 और 2021 में 138 मामले थे। 

अक्टूबर में 180 मामले दर्ज किए 

जनवरी में इस रोग के नौ मामले थे जो अक्टूबर में बढ़कर 180 तक पहुंच गए थे और मानसून के बाद के महीनों अगस्त में 100, सितंबर में 136 और अक्टूबर में 180 मामले दर्ज किए गए थे। मध्य, पश्चिम और शाहदरा (दक्षिण) क्षेत्रों में मलेरिया के मामले सबसे अधिक रहे। इस वर्ष 18 अक्टूबर तक डेंगू 991 मामले दर्ज किए गए जो संख्या पहले की तुलना में घटी है। पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 2,587 तथा 2023 में डेंगू के 4,440 मामले दर्ज किए गए थे। अधिकारियों ने इस गिरावट का कारण बढ़ी हुई निगरानी और लार्वा-रोधी उपायों को बताया।

चिकनगुनिया के 104 मामले दर्ज किए

इस वर्ष अक्टूबर के मध्य तक चिकनगुनिया के 104 मामले दर्ज किए गए जो 2024 के 83 तथा 2023 के 29 मामलों से अधिक हैं। इस वर्ष अधिकतर संक्रमण जुलाई और सितंबर के बीच दर्ज किए गए तथा सिर्फ सितंबर में ही 43 मामले सामने आए। इस बीच, ‘सिविक सेंटर’ एमसीडी कार्यालय के बाहर डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स (डीबीसी) सहित ‘मल्टी-टास्किंग स्टाफ’(एमटीएस) के कर्मी तीन प्रमुख मांगों को लेकर 25 दिन से हड़ताल पर हैं। 

महापौर राजा इकबाल सिंह ने 14 अक्टूबर 

यहां एक प्रदर्शनकारी कर्मी ने न्यूज एजेंसी से कहा, पहली, समान वेतन; दूसरी, चिकित्सा अवकाश और तीसरी, किसी कर्मचारी की मृत्यु होने पर परिवार के लिए नौकरी की सुरक्षा। ये तीन बुनियादी मांगें हैं लेकिन इनमें से एक भी अब तक पूरी नहीं हुई है। उनकी शिकायतों के समाधान के लिए नौ सदस्यीय समिति गठित की गई थी, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। महापौर राजा इकबाल सिंह ने 14 अक्टूबर को कहा था कि महापौर की अध्यक्षता वाली समिति 24 घंटे के भीतर निर्णय लेने का लक्ष्य रखेगी लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। delhi news | delhi news in hindi | Breaking Delhi News | Delhi news today 

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