नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
दिल्ली में एक समय मुख्यमंत्री का चेहरा कहे जाने वाले प्रवेश वर्मा (Parvesh Verma), मंत्री बनने के बाद एक बार फिर एक्शन मोड में आ गए हैं। प्रवेश वर्मा 'सिंघम स्टाइल' एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं और ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहे हैं। शुक्रवार को पीडब्लूडी मंत्री ने रोहिंग्या-बांग्लादेशियों के अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं करने को लेकर अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया, वहीं शनिवार को उन्होंने इंजीनियरों के ऊपर बड़ा एक्शन लिया है। प्रवेश वर्मा ने अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी है और 10 दिन के भीतर लोगों की समस्याओं का समधान करने के आदेश दिए हैं।
इंजीनियरों पर लिया बड़ा एक्शन!
पीडब्लूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने शराब पीने के मामले में एक एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद उन्होंने दूसरे इंजीनियर पर भी कार्रवाई करते हुए ट्रांसफर कर दिया है। प्रवेश वर्मा ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि काम नहीं करोगे तो कार्रवाई होगी। मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा मुझे अधिकारियों को सस्पेंड करना अच्छा नहीं लगा, लेकिन अगर ऐसा किया तो पूरी दिल्ली को सस्पेंड करना पड़ेगा। उनके अंदाज से साफ है कि वे फुल एक्शन मोड में हैं और किसी भी प्रकार की लापरवाही होने पर अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा।
अधिकारियों की खाल मोटी हो गई है...
प्रवेश वर्मा ने कहा था कि 10 साल में अधिकारियों की खाल मोटी हो गई है। हम लोग खुद जमीन पर उतरकर पसीना बहा रहे हैं, उनको भी सड़क पर ला रहे हैं। जब उनके पसीने निकलेंगे तो उनकी चर्बी घटेगी। प्रवेश वर्मा ने कहा कि हर एक चीज की समीक्षा कर रहे हैं, पूरे सिस्टम को ऑनलाइन किया जाएगा और पूरी दिल्ली को ऑनलाइन मॉनिटर किया जाएगा। मंत्री वर्मा ने कहा कि अधिकारी चाहते हैं कि वे मॉनिटर न हों, लेकिन हम इन्हीं अधिकारियों से काम करवाएंगे।
अफसरों को दिया अल्टीमेटम!
मंत्री प्रवेश वर्मा ने दिल्ली के अफसरों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि गलियों में उतरो, अपने पैरों को गंदा करो और लोगों की समस्या का समाधान करो। उन्होंने अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया है कि अगर 10 दिनों के अंदर समाधान नहीं हुआ तो कार्रवाई की जाएगी। प्रवेश वर्मा ने कहा कि इंजीनियरों को सस्पेंड किया है, अगला नंबर आपका हो सकता है।
अवैध कब्जे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे
प्रवेश वर्मा लगातार अलग-अलग इलाकों का दौरा भी कर रहे हैं। शुक्रवार को वे चिल्ला गांव पहुंचे, जहां के स्थानीय निवासियों ने सरकारी जमीन पर रोहिंग्या-बांग्लादेशियों के अवैध कब्जे की बात कही। प्रवेश वर्मा ने कहा कि ये नामंजूर है, अवैध कब्जे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। इसके लिए मंत्री प्रवेश वर्मा ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।