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Delhi News : क्या आपको याद है दिल्ली का वो मुख्यमंत्री जो पैदल चलता था? जानिए - पुण्यतिथि पर साहिब सिंह वर्मा का संघर्षमय सफर!

दिल्ली के पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा की पुण्यतिथि पर भावुक श्रद्धांजलि। उनके बेटे परवेश वर्मा ने दी हाजिरी। जानिए कैसे एक साधारण किसान का बेटा दिल्ली का जननायक बना और उनके अविस्मरणीय योगदान।

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Ajit Kumar Pandey
सीएम रेखा गुप्ता और मंत्री परवेश वर्मा अपने पिता दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए | यंग भारत न्यूज

घेवरा मोड़ स्थित स्वाभिमान स्थल पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा की पुण्यतिथि पर प्रार्थना सभा में शामिल हुईं सीएम रेखा गुप्ता और कई मंत्री साथ ही उनके बेटे और दिल्ली के मंत्री परवेश वर्मा | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।आज 30 जून 2025 को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता साहिब सिंह वर्मा की पुण्यतिथि है। इस अवसर पर उनके बेटे और दिल्ली के मंत्री परवेश वर्मा घेवरा मोड़ स्थित स्वाभिमान स्थल पर आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुए। इस दौरान साहिब सिंह वर्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई, और उनके योगदान को याद किया गया।

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दिल्ली की राजनीति में उनके अमिट प्रभाव को आज भी महसूस किया जाता है। साहिब सिंह वर्मा का जन्म एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा। उनकी सबसे बड़ी पहचान थी उनकी सादगी और जनता से सीधा जुड़ाव। एक ऐसे दौर में जब दिल्ली की राजनीति में कई दिग्गज थे, साहिब सिंह वर्मा ने अपनी मेहनत और ईमानदारी से जनता का दिल जीता। उन्होंने हमेशा गांवों और गरीबों के उत्थान पर जोर दिया।

क्या आपको पता है कि साहिब सिंह वर्मा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में कई ऐसे फैसले लिए, जिनका प्रभाव आज भी दिल्ली की जनता पर देखा जा सकता है?

दिल्ली के विकास में साहिब सिंह वर्मा का योगदान

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साहिब सिंह वर्मा का कार्यकाल दिल्ली के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण था। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया। उनके मुख्यमंत्री रहते हुए दिल्ली में कई फ्लाईओवर और सड़कों का निर्माण हुआ, जिससे यातायात सुगम हुआ। इसके अलावा, उन्होंने दिल्ली के गांवों में पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं को पहुंचाने के लिए भी अथक प्रयास किए।

उन्होंने हमेशा इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली का विकास तभी संभव है जब इसके ग्रामीण क्षेत्रों को भी शहरों के बराबर सुविधाएं मिलें। उनकी दूरदर्शिता ने दिल्ली को एक नया आयाम दिया।

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अनसुनी कहानियां: जब साहिब सिंह वर्मा ने जनता के लिए लड़ी लड़ाई

साहिब सिंह वर्मा केवल एक राजनेता नहीं थे, बल्कि एक सच्चे जनसेवक थे। उनके बारे में कई ऐसी कहानियां प्रचलित हैं, जहां उन्होंने आम आदमी की समस्याओं को अपनी समस्या समझा और उनके समाधान के लिए हर संभव प्रयास किया। चाहे वह पानी की किल्लत हो, बिजली की समस्या हो या किसानों के मुद्दे, साहिब सिंह वर्मा हमेशा जनता के साथ खड़े रहे।

उनका सीधा संपर्क और सहज व्यक्तित्व ही था, जिसने उन्हें दिल्ली की जनता का प्रिय नेता बनाया। क्या ऐसे नेताओं की आज भी उतनी ही जरूरत नहीं है?

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घेवरा मोड़ स्थित स्वाभिमान स्थल पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा की पुण्यतिथि पर उनके बेटे और दिल्ली के मंत्री परवेश वर्मा | यंग भारत न्यूज
घेवरा मोड़ स्थित स्वाभिमान स्थल पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा की पुण्यतिथि पर उनके बेटे और दिल्ली के मंत्री परवेश वर्मा | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)

साहिब सिंह वर्मा की विरासत: परवेश वर्मा के कंधे पर जिम्मेदारी

साहिब सिंह वर्मा ने दिल्ली की राजनीति में जो मजबूत नींव रखी, उसी पर चलकर आज उनके बेटे परवेश वर्मा भी सक्रिय राजनीति में हैं। परवेश वर्मा अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं और दिल्ली के विकास के लिए प्रयासरत हैं। पिता की पुण्यतिथि पर प्रार्थना सभा में परवेश वर्मा की उपस्थिति इस बात का प्रतीक है कि साहिब सिंह वर्मा की यादें और उनके सिद्धांत आज भी जीवंत हैं।

साहिब सिंह वर्मा ने हमेशा यही सिखाया कि राजनीति जनसेवा का माध्यम है, सत्ता का नहीं। उनकी यह सीख आज भी प्रासंगिक है।

क्यों आज भी याद किए जाते हैं साहिब सिंह वर्मा?

साहिब सिंह वर्मा को आज भी उनकी सादगी, ईमानदारी और दिल्ली के प्रति उनके समर्पण के लिए याद किया जाता है। वे एक ऐसे नेता थे जिन्होंने कभी भी अपनी जड़ों को नहीं भुलाया। दिल्ली की जनता उन्हें एक ऐसे मुख्यमंत्री के रूप में याद करती है जिसने उनके लिए काम किया, न कि केवल वादे किए। उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें याद करना केवल एक रस्म नहीं, बल्कि उनके संघर्ष और योगदान को सलाम करना है।

आपका नजरिया इस खबर पर क्या है? दिल्ली की राजनीति में साहिब सिंह वर्मा के योगदान को आप कैसे देखते हैं? नीचे कमेंट कर अपनी राय जरूर बताएं।

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