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Dharavi Redevelopment : 50,000 से अधिक घरों का सर्वेक्षण पूरा, लगभग 1.5 लाख मकानों का होगा पुनर्वास

सर्वेक्षणों की नवीनतम संख्या को मुंबई स्लम पुनर्वास प्राधिकरण (एसआरए) के इतिहास में सबसे अधिक बताया गया है, जो सर्वेक्षण टीमों और धारावी निवासियों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है।

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Jyoti Yadav
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मुंबई, वाईबीएन नेटवर्क 

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धारावी पुनर्विकास परियोजना (डीआरपी) ने 50,000 से अधिक डोर-टू-डोर सर्वेक्षण का रिकॉर्ड पूरा कर लिया है। इसका उद्देश्य एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती को आधुनिक शहरी केंद्र में बदलना है। बता दें अदाणी समूह द्वारा मुंबई के धारावी में तीन अरब डॉलर की लागत से निर्मित विश्व की सबसे बड़ी पुनर्विकास परियोजना को स्थानीय स्तर पर भारी समर्थन मिल रहा है।

 85 हजार मकानों की नंबरिंग का काम पूरा 

सर्वेक्षणों की नवीनतम संख्या को मुंबई स्लम पुनर्वास प्राधिकरण (एसआरए) के इतिहास में सबसे अधिक बताया गया है, जो सर्वेक्षण टीमों और धारावी निवासियों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है, जो पुनर्विकास को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं। नए सर्वेक्षण आंकड़ों के अनुसार, 85 हजार मकानों की नंबरिंग का काम पूरा हो चुका है, जबकि 50,000 से अधिक मकानों का घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जा चुका है।

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लगभग 1.5 लाख मकानों का पुनर्वास

लगभग 1.5 लाख मकानों का पुनर्वास किया जाएगा, जिससे धारावी के लोगों की गरिमा को बनाए रखते हुए बेहतर आवास, बुनियादी ढांचे और आर्थिक अवसर सुनिश्चित किए जाएंगे। पुनर्विकास का काम कर रहे अदाणी समूह समर्थित एजेंसी नवभारत मेगा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रवक्ता के अनुसार, पिछले दशकों में कई असफल प्रयासों के बाद धारावी का पुनर्विकास अंततः शुरू हो गया है।

प्रवक्ता ने कहा, "पूरा होने के बाद यह परियोजना मानव-केंद्रित झुग्गी पुनर्विकास के लिए वैश्विक मानक स्थापित करेगी। यह मील का पत्थर दर्शाता है कि हम मानक सुविधाओं के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"पिछले वर्ष दिसंबर में धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड (डीआरपीपीएल) ने नाम बदलकर नवभारत मेगा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड (एनएमडीपीएल) रख लिया, जो कंपनी के आधुनिक, समावेशी और जीवंत समुदाय के निर्माण के वादे के अनुरूप है।

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नियोजित टाउनशिप में रहेंगे निवासी

अन्य झुग्गी पुनर्वास परियोजनाओं के विपरीत, निवासियों को ऊंची झुग्गियों में नहीं रखा जाएगा, बल्कि अच्छी तरह से नियोजित टाउनशिप में रखा जाएगा, जिसमें चौड़ी सड़कें, हरित स्थान और उचित जल और सीवेज प्रणाली जैसी उपयुक्त सुविधाएं होंगी। इन टाउनशिप में मल्टी-मॉडल परिवहन केंद्र होंगे। प्रवक्ता के अनुसार, टाउनशिप में स्कूल, स्वास्थ्य सुविधाएं, खेल के मैदान, सामुदायिक केंद्र और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स शामिल होंगे।

प्रवक्ता ने कहा, "इस पुनर्विकास के साथ-साथ बुनियादी ढांचे से न केवल धारावी वासियों के जीवन में सुधार होगा, बल्कि पड़ोस और मुंबई वासियों के बुनियादी ढांचे और जीवन स्तर में भी सुधार होगा।" एनएमडीपीएल एक विशेष प्रयोजन से स्थापित कंपनी (एसपीवी) है, जिसे महाराष्ट्र सरकार और अदाणी समूह के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में बनाया गया है। नवभारत नाम, जिसका अर्थ है “नया भारत”, इस परियोजना की बेहतर कल को आकार देने की अपार क्षमता को दर्शाता है।

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(सोर्स-आईएएनएस)

 

 

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