मुंबई वाईबीएन डेस्क: मुंबई की बहुचर्चित मीठी नदी डिसिल्टिंग (गाद सफाई) घोटाले में शिवसेना (शिंदे गुट) ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता आदित्य ठाकरे और अभिनेता डिनो मोरिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने दावा किया है कि आदित्य ठाकरे और डिनो मोरिया करीबी दोस्त हैं और दोनों की भूमिका इस घोटाले में संदिग्ध है।
मीठी नदी से गाद निकालने के घोटाले के सिलसिले में पूछताछ की
हाल ही में महाराष्ट्र पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने डिनो मोरिया से ₹65 करोड़ के मीठी नदी गाद निकालने के घोटाले के सिलसिले में पूछताछ की थी। आरोप है कि मोरिया के संबंध इस मामले में गिरफ्तार दो बिचौलियों से हैं। इस मामले में अब तक 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है, जिनमें ठेकेदार और बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के अधिकारी शामिल हैं। कहा जा रहा है कि BMC अधिकारियों ने टेंडर प्रक्रिया में हेरफेर कर एक खास आपूर्तिकर्ता को अनुचित लाभ पहुंचाया।
आदित्य ठाकरे ने निर्माणाधीन परियोजनाओं में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया
संजय निरुपम ने मुंबई में हालिया बारिश और जलजमाव की स्थिति को लेकर ठाकरे परिवार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि मुंबई में 26 मई को भारी बारिश के बाद जलजमाव से लोग परेशान रहे। आदित्य ठाकरे ने निर्माणाधीन परियोजनाओं में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, लेकिन असली वजह है–नाला सफाई और मीठी नदी की गंदगी। 2005 से अब तक ₹1200 करोड़ मीठी नदी की सफाई में खर्च हो चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 2005 से 2022 तक BMC पर शिवसेना का कब्जा था और मातोश्री (ठाकरे निवास) की मंजूरी के बिना कोई ठेका पास नहीं होता था।
EOW की जांच में अभिनेता डिनो मोरिया का नाम सामने आया
निरुपम ने यह भी कहा कि EOW की जांच में अभिनेता डिनो मोरिया का नाम सामने आया है। "एक अभिनेता का मीठी नदी सफाई से क्या लेना-देना? क्योंकि वह आदित्य ठाकरे का करीबी है। दिशा सालियन की मौत मामले में भी दिशा के पिता ने डिनो मोरिया और आदित्य ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने आगे कहा कि आदित्य ठाकरे ने डिनो मोरिया को मुंबई में ओपन जिम प्रोजेक्ट का ठेका भी दिलवाया था। डिनो मोरिया की जांच हो रही है, उसके भाई की भी, तो आदित्य ठाकरे की क्यों नहीं? जब-जब मुंबई में पानी भरता है, मातोश्री की भूमिका और जिम्मेदारी पर सवाल उठना लाज़िमी है।