बेंगलुरु/रामनगर, वाईबीएन डेस्क: कर्नाटक में हेमावती एक्सप्रेस लिंक नहर परियोजना को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। शनिवार को रामनगर और मगदी क्षेत्र के किसानों ने इस परियोजना के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप है कि इस योजना के माध्यम से उनकी कृषि भूमि और स्थानीय जल स्रोतों की अनदेखी कर अन्य क्षेत्रों को पानी पहुंचाया जा रहा है, जिससे उन्हें जल संकट का सामना करना पड़ सकता है।
क्या है हेमावती एक्सप्रेस लिंक नहर योजना?
इस परियोजना के तहत हेमावती नदी से एक लिंक नहर बनाई जा रही है, जिसके माध्यम से रामनगर और मगदी जैसे क्षेत्रों में पानी भेजा जाना है। सरकार का दावा है कि इससे शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों की जल आपूर्ति को स्थायी समाधान मिलेगा, लेकिन किसानों का कहना है कि यह योजना ग्रामीण और कृषि-प्रधान इलाकों के जल अधिकारों का हनन है।
किसानों की आपत्ति
- स्थानीय खेतों की सिंचाई के लिए पहले से ही जल संकट है।
- परियोजना से गांवों का जल स्तर और गिर सकता है।
- सरकार ने पर्याप्त जनसुनवाई या सर्वेक्षण के बिना यह फैसला लिया है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कुछ नेताओं ने कहा कि "राज्य सरकार को ग्रामीण हितों को प्राथमिकता देनी चाहिए न कि शहरी केंद्रों के वोटबैंक को साधने के लिए ऐसे फैसले लेने चाहिए।