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दिल्ली के द्वारका जिला court में बम से उड़ाने की धमकी, सुरक्षा बढ़ाई गई

दिल्ली के द्वारका स्थित जिला अदालत में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया। जब न्यायाधीशों को व्हाट्सएप पर जिला न्यायाधीश की ओर से एक संदेश प्राप्त हुआ। जिसमें अदालत परिसर को खाली करने का निर्देश था।

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Ranjana Sharma
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नई दिल्‍ली, वाईबीएन नेटवर्क: दिल्ली के द्वारका स्थित जिला अदालत में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया। जब न्यायाधीशों को व्हाट्सएप पर जिला न्यायाधीश की ओर से एक संदेश प्राप्त हुआ। जिसमें अदालत परिसर को खाली करने का निर्देश था। संदेश में बम से उड़ाने की धमकी मिलने की सूचना दी गई थी। इसके बाद सभी अदालतों में सुनवाई स्थगित कर दी गई और परिसर को तत्काल खाली करवा लिया गया।
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जज भी मौजूद थे अदालत में

अधिवक्ता राजेश कौशिक ने बताया कि वह उस समय कोर्ट नंबर 511 में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश गुरमोहिनी कौर की अदालत में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि न्यायाधीश ने संदेश प्राप्त करने के बाद कोर्टरूम खाली करने का आदेश दिया और सभी मामलों की अगली तारीख देने की सूचना दी। इसके साथ ही अदालत परिसर से सभी को बाहर जाने के लिए कहा गया, ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। सूचना मिलते ही पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने अदालत परिसर और उसके आसपास की गहन तलाशी ली। हालांकि किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री नहीं पाई गई, जिससे यह घटना शरारती तत्वों की ओर से की गई प्रतीत होती है।

अमेर‍िकी डॉलर की फ‍िरोती मांगी

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दिल्ली में इस प्रकार की धमकी देने की घटनाएं पहले भी सामने आई हैं। इससे पहले 8 दिसंबर को करीब 40 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल मिले थे, जिनमें 30 हजार अमेरिकी डॉलर की फिरौती भी मांगी गई थी। इसके बाद 13 दिसंबर को दिल्ली के 16 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। जिनमें डीपीएस ईस्ट ऑफ कैलाश, सलवान स्कूल, मॉडर्न स्कूल और कैम्ब्रिज स्कूल शामिल थे। 16 दिसंबर को भी करीब 20 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। 17 दिसंबर को दो स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी।

सुरक्षा में नहीं होगी चूक

पिछले वर्ष मई और अगस्त में दिल्ली के बड़े नामचीन अस्पतालों को भी बम से उड़ाने की धमकी भरे मेल प्राप्त हुए थे। इन अस्पतालों में जीटीबी, गंगाराम, दीन दयाल उपाध्याय, बुराड़ी स्थित सरकारी अस्पताल, संजय गांधी अस्पताल, एम्स, सफदरजंग और अन्य अस्पताल शामिल थे। सुरक्षा एजेंसियां इन घटनाओं की गंभीरता से जांच कर रही हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अदालत परिसर की सुरक्षा में कोई भी चूक नहीं होने दी जाएगी।
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