दिल्ली के सियासी माहौल में लगातार बयानबाजी जारी है। हाल ही में आए बजट में शिक्षा बजट को लेकर दिल्ली सरकार और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इसमें AAP की नेता आतिशी ने भजपा की दिल्ली सरकार के बजट को ‘हवा-हवाई’ और आधारहीन करार दिया। इसके जवाब में दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री आशीष सूद ने आतिशी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्हें आड़े हाथ लिया। आशीष सूद ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आतिशी आजकल कुछ ऐसी बातें कर रही हैं, जैसे बच्चे क्रिकेट खेलते समय किया करते हैं। सत्ता से बाहर होने के बाद भी वह यह नहीं समझ पा रही हैं कि भाजपा सरकार शिक्षा प्रणाली में कितना सुधार कर रही है। दिल्ली सरकार ने शिक्षा बजट को 31 प्रतिशत तक बढ़ाया है। इससे साफ होता है कि हमारी सरकार कैसे काम करेगी।
आप की शिक्षा व्यवस्था पर भी साधा निशाना
आशीष सूद ने 'आप' के शासनकाल के शिक्षा व्यवस्था पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का शिक्षा सिस्टम ऐसा था कि दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट इलाके में 48 स्कूलों में एक लाख 48 हजार बच्चे पढ़ते थे, यानी एक स्कूल में ढाई हजार बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। इनमें से अधिकांश बच्चे अल्पसंख्यक समाज से थे और उन्हें शिक्षा पाने के लिए 7 से 8 किलोमीटर दूर जाने के लिए मजबूर होना पड़ता था। यही था उनका शिक्षा मॉडल। ऐसे में हो सकता हैं कई लड़कियां तो शिक्षा ग्रहण करने से वंचित भी रह गई होंगी आप के कार्यकाल में। लेकिन भाजपा सरकार का शिक्षा पर पूरा जोर है।
अभिभावकों की आ रही हैं शिकायतें
आशीष सूद ने आगे यह भी बताया कि ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर) श्रेणी के बच्चों के अभिभावकों से कई शिकायतें मिली हैं, जिनमें कहा गया है कि स्कूल उनके बच्चों को किताबें, स्टेशनरी और यूनिफॉर्म खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं, जबकि ये चीजें मुफ्त दी जाती हैं। सूद ने चेतावनी दी कि इस तरह की हरकतों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले आतिशी ने दिल्ली सरकार के बजट को लेकर सवाल उठाए थे और कहा था कि यह बजट दिल्लीवासियों के लिए किसी भी मायने में लाभकारी नहीं होगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि बीजेपी सरकार ने इस बार आर्थिक सर्वेक्षण क्यों नहीं पेश किया।