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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। गोरखपुर से बड़ी सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां ट्रेनी महिला सिपाहियों ने गोरखपुर पीएसी ट्रेनिंग सेंटर में व्याप्त अव्यस्थाओं को लेकर मोर्चा खोल दिया। हद तो तब हो गई जब महिला सिपाहियों ने बाथरूम में कैमरे लगे होने का सनसनीखेज आरोप लगाया। समाजवादी पार्टी के अधिकारिक ट्विटर चैनल से ट्रेनी महिला सिपाहियों का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है, कैप्शन लिखा गया है कि मुख्यमंत्री योगी के राज में शोषण और अत्याचार की गाथा गोरखपुर में महिला रिक्रूटर्स के बाथरूम में लगे हैं कैमरे, अव्यवस्था से त्रस्त हुई महिलाएं, नहीं हो रही सुनवाई। पुलिस प्रशासन जांच कर मामले में कार्रवाई करे।
मुख्यमंत्री योगी के राज की शोषण और अत्याचार की गाथा !
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) July 23, 2025
गोरखपुर में महिला रिक्रूटर्स के बाथरूम में लगे हैं कैमरे, अव्यवस्था से त्रस्त हुई महिलाएं, नहीं हो रही सुनवाई।
प्रशासन व पुलिस मामले में त्वरित जांच कर कार्रवाई करे। pic.twitter.com/lJyeB0YpNj
600 ट्रेनी महिला सिपाहियों ने कैमरे पर बताई व्यथा
गोरखपुर के बिछिया स्थित पीएसी कैंपस में बुधवार सुबह बड़ा हंगामा देखने को मिला। करीब 600 ट्रेनी महिला सिपाहियों ने प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के खिलाफ विरोध जताया। महिलाएं रोती-चिल्लाती हुई ट्रेनिंग सेंटर से बाहर निकल आईं और आरोप लगाया कि बाथरूम में कैमरे लगाए गए हैं, जिससे उनकी निजता भंग हुई है।
“बाथरूम में कैमरे और आधा लीटर पानी”
एक महिला सिपाही ने रोते हुए कहा कि वॉशरूम में कैमरे लगे हैं और उनका वीडियो रिकॉर्ड किया गया। लखनऊ से आई एक अन्य सिपाही ने बताया, “पूरी रात बिजली नहीं थी। सुबह वॉशरूम में पानी नहीं मिलता और दिनभर में सिर्फ आधा लीटर पीने का पानी दिया जाता है। खाने की गुणवत्ता भी बेहद खराब है।”
#गोरखपुर ट्रेनिंग सेंटर के गेट पर महिला रंगरूट धरने पर बैठीं
— Mamta Tripathi (@MamtaTripathi80) July 23, 2025
गिनीज़ वर्ल्ड बुक में नाम लिखाने की कोशिशों पर “बादल फट गया”, सब बह गया, वज्रपात हो गया…@myogiadityanath@AmitShah@Rajeevkrishna69pic.twitter.com/pvGx7FopU9
360 की क्षमता पर 600 महिलाएं, ट्रेनिंग में अव्यवस्था
महिला रिक्रूट्स का कहना है कि ट्रेनिंग सेंटर की क्षमता 360 लोगों की है, लेकिन यहां 600 महिलाओं को ठूंस दिया गया है, जिससे रहने और सोने की व्यवस्था बेहद खराब हो गई है। महिलाओं का साफ कहना है कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होगा, वे ट्रेनिंग जारी नहीं रखेंगी।
प्रेग्नेंसी जांच आदेश पर विवाद
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डीआईजी रोहन पी ने अविवाहित महिला रिक्रूट्स की प्रेग्नेंसी जांच का आदेश दिया था, जिसके बाद बवाल मच गया। बाद में आईजी ट्रेनिंग चंद्र प्रकाश ने आदेश रद्द करते हुए कहा कि अविवाहित महिलाओं से केवल शपथ पत्र लिया जाएगा। जो महिलाएं गर्भवती होंगी, उन्हें अगले बैच में शामिल किया जाएगा। हंगामे की सूचना पर ट्रेनिंग सेंटर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और महिला सिपाहियों को शांत करने की कोशिश की। हालांकि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन महिला सिपाहियों की नाराजगी अब भी बरकरार है।