नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। हरियाणा के पूर्व विधायक धर्म सिंह छोकर के साथ कुछ ऐसा हुआ जो अक्सर फिल्मों में ही दिखाई देता है। नेताजी दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में तफरीह करने गए थे। ईडी के अफसरों को उनकी लोकेशन का पता चला तो वो भी होटल में जा धमके। नेताजी को जैसे ही ईडी की टीम दिखा वो अपने सुरक्षा अमले के साथ रफूचक्कर होने की जुगत भिड़ाने लगे। उन्होंने कोशिश तो पूरी की लेकिन ईडी के अफसरों ने कुछ उसी अंदाज में उनको धर दबोचा जैसे हिंदी फिल्मों की हीरो विलेन की हेकड़ी निकालता है।
ईडी के अधिकारियों ने छोकर को पकड़ा
एजेंसी की ओर से जारी किए गए एक वीडियो में ईडी अधिकारियों को छोकर को पकड़ते और उसे जमीन पर गिराते हुए देखा जा सकता है। वो नई दिल्ली के Five-star शांगरीला होटल के बाहर भागने की कोशिश कर रहा था। बकौल ईडी उसे खुफिया जानकारी के आधार पर पता चला था कि छोकर अपने बाडीगार्ड और एक दोस्त के साथ होटल में मौजूद है। सूचना मिलने के तुरंत बाद संयुक्त निदेशक (गुरुग्राम जोन) नवनीत अग्रवाल अपने पूरे अमले के साथ दिल्ली स्थित होटल जा पहुंचे।
ईडी की टीम को देखते ही रफूचक्कर हो गया नेताजी का नशा
ईडी की टीम जब होटल में पहुंची तो छोकर लालपरी का लुत्फ ले रहे थे। ईडी की टीम से उनका कई बार आमना सामना हो चुका था। वो नवनीत अग्रवाल को पहचान गए और गिरफ्तार न होने की मंशा के तहत उन्होंने होटल के बाहर की तरफ दौड़ लगा दी। अग्रवाल और उनकी टीम ने उनका पीछा किया और उन्हें पकड़कर जमीन पर गिरा दिया। हाथापाई के दौरान पूर्व विधायक ने अफसरों से दो-दो हाथ करने की कोशिश की। छोकर ने आईओ की पकड़ से भागने की जुगत भी भिड़ाई। वो उस कार से भी भागने की कोशिश कर रहे थे जिसके जरिये उनको वहां से ले जाया जा रहा था।
1500 करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग के आरोपी हैं छोकर
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी छोकर लंबे अरसे से ईडी के निशाने पर हैं। एजेंसी के मुताबिक, गुड़गांव में उनकी रियल एस्टेट कंपनियों ने फ्लैटों, घरों और भूखंडों के आवंटन में जमकर धांधली की है। आरोप है कि पूर्व विधायक और उनकी कंपनियों ने निवेशकों से 616 करोड़ रुपये से अधिक की रकम जुटाई, लेकिन उनसे किया वायदा पूरा नहीं किया। मार्च में ईडी ने मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत एक आदेश जारी किया था।
7 गैरजमानती वारंट जारी
एजेंसी ने दिल्ली, फरीदाबाद और पानीपत में लगभग तीन एकड़ कृषि भूमि, 2,487 वर्ग मीटर वाणिज्यिक भूखंड और आठ आवासीय फ्लैट भी जब्त किए थे। ये सभी संपत्तियां पूर्व विधायक और उसकी कंपनी से जुड़ी हैं। छोकर, उनके बेटों विकास और सिकंदर और उनकी कंपनी साईं आइना फार्म्स प्राइवेट लि. से जुड़ी 44.55 करोड़ रुपये की संपत्ति की ईडी ने मार्च में नीलामी करा दी थी। ईडी का दावा है कि छोकर ने तकरीबन 15 सौ करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग की है। उनके खिलाफ 7 गैरजमानती वारंट जारी हो चुके हैं लेकिन उसके बाद भी छोकर ईडी की टीम को धता बताने में जुटे थे।
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