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इंदौर, वीईबीएन डेस्क।मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में तीन मंजिला इमारत ढह जाने से मलबे में दबकर दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 लोगों को मलबे से निकाल लिया गया। मंगलवार सुबह तक रेस्क्यू अभियान जारी था। यह हादसा जवाहर मार्ग पर प्रेमसुख टॉकीज के पीछे हुआ। इमारत काफी जर्जर हालत में थी।
#WATCH मध्य प्रदेश: इंदौर में जवाहर मार्ग पर प्रेमसुख टॉकीज के पीछे एक मकान ढहने के बाद बचाव अभियान जारी है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 22, 2025
कलेक्टर शिवम वर्मा ने कहा, "इस मकान में 14 लोग थे, जिसमें से 12 लोगों को रेस्कयू कर लिया गया है, इनमें से एक के पैर में गंभीर चोट आई है और उनका उपचार किया जा रहा… pic.twitter.com/3jNQndlP7q
इमारत में तहखाना भी बना हुआ था
इंदौर के पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह घटना रात करीब 9 बजे दौलतगंज इलाके में हुई, जहां एक तीन मंजिला इमारत, जिसमें एक तहखाना भी शामिल है, अचानक ढह गई। शुरुआती रिपोर्टों से पता चला है कि मलबे में 14 लोग दबे हुए हैं। घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे ज़िला कलेक्टर शिवम वर्मा ने पुष्टि की कि 12 लोगों को बचा लिया गया है, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है जिसे बाद में सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। "14 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका थी। लेकिन एक और बच्चे को बचा लिया गया है और उसे अस्पताल ले जाया गया है। वह सुरक्षित है। मृतकों में फहीम नाम का एक व्यक्ति और अलीफा नाम की 20 वर्षीय महिला शामिल हैं।
बिना बीम और पिलर के बनाई गई थी बिल्डिंग
समाचार एजेंसी एनएनआई अनुसार, अधिकारियों बताया कि इमारत कथित तौर पर कमज़ोर थी और उचित बीम और स्तंभों के बिना बनाई गई थी। माना जा रहा है कि इमारत के आसपास लगातार पानी जमा होने के कारण यह ढह गई। पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह, ज़िला कलेक्टर शिवम वर्मा और नगर आयुक्त हर्षिका सिंह बचाव कार्यों की निगरानी के लिए रात भर घटनास्थल पर मौजूद रहे। इससे पहले, इंदौर के जवाहर मार्ग पर प्रेमसुख टॉकीज़ के पीछे एक दो मंजिला मकान गिरने से दो बच्चों और आठ वयस्कों समेत कम से कम दस लोग घायल हो गए थे।
इमारत के भूतल पर दुकानें बनी हुई थीं
पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने कहा कि इमारत के भूतल पर व्यावसायिक दुकानें और ऊपर आवासीय क्वार्टर थे। उन्होंने कहा, "यह दो मंजिला इमारत है। इसके नीचे दुकानें हैं और ऊपर आवासीय क्षेत्र प्रतीत होता है। इमारत का लगभग 40-45% हिस्सा ढह गया है। कुछ लोग मलबे में दबे हुए हैं, जिनमें से 10 को अस्पताल पहुँचाया गया है। और लोग दबे हो सकते हैं। तलाशी अभियान जारी है।"
बचाव अभियान की निगरानी कर रहे इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने कहा, "चिकित्सा कर्मी इमारत गिरने के बाद चल रहे बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि मकान लगभग आठ साल पुराना है और हम इसके बारे में और जानकारी जुटा रहे हैं। लेकिन अभी हमारी प्राथमिकता सभी को बचाना और उन्हें उचित उपचार प्रदान करना है।" Indore building collapse Indore building collapse