चंडीगढ़, वाईबीएन डेस्क: पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे पानी के बंटवारे के विवाद को लेकर इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने एक बार फिर सख्त रुख अपनाया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने चेतावनी दी है कि यदि हरियाणा को उसके हिस्से का 9000 क्यूसेक से कम पानी मिला, तो 25 मई से पंजाब की एंट्री हरियाणा में बंद कर दी जाएगी।
25 मई को पानी के मुद्दे पर सांकेतिक धरना दिया जाएगा
इनेलो की राज्य कार्यकारिणी की बैठक बुधवार को चंडीगढ़ स्थित जाट भवन में हुई, जिसमें पार्टी के प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अभय चौटाला ने कहा कि 25 मई को पानी के मुद्दे पर सांकेतिक धरना दिया जाएगा और अगर इसके बाद भी समाधान नहीं हुआ, तो 1 जून से हरियाणा में पंजाब की आवाजाही पूरी तरह रोक दी जाएगी।
दोनों मुख्यमंत्रियों पर सीधा हमला
अभय चौटाला ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर भी निशाना साधा। उन्होंने दोनों को डमी मुख्यमंत्री करार देते हुए कहा कि भगवंत मान को दिल्ली से अरविंद केजरीवाल और नायब सिंह सैनी को मनोहर लाल खट्टर से निर्देश मिलते हैं।
जजपा पर भी साधा निशाना
चौटाला ने जजपा (जननायक जनता पार्टी) को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि अब जब जजपा नेता यह कह रहे हैं कि बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) में उनका कोई प्रतिनिधि नहीं है, तो सत्ता में रहते हुए उन्होंने हरियाणा के हित में क्यों पैरवी नहीं की?
बैठक में लिए गए अन्य फैसले
इनेलो की कार्यकारिणी बैठक में पार्टी ने तीन अन्य महत्वपूर्ण फैसले भी लिए हैं, जिनकी जानकारी जल्द सार्वजनिक की जाएगी। पार्टी नेतृत्व ने स्पष्ट किया कि वह हरियाणा के जल अधिकार को लेकर किसी भी स्तर तक संघर्ष करने को तैयार है।