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चंपई सोरेन का बयान : आदिवासियों को उजाड़कर विकास नहीं हो सकता

नगड़ी में रिम्स-2 निर्माण को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता चंपई सोरेन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया। उन्होंने आंदोलन जारी रहेगा।कहा कि खेती योग्य जमीन पर अस्पताल निर्माण आदिवासियों को उजाड़ने की साजिश है। सोरेन ने याद

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MANISH JHA
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रांची/वाईबीएन डेस्क : नगड़ी में रिम्स-2 निर्माण को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता चंपई सोरेन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खेती की जमीन पर जबरन निर्माण कराना चाहती है, जो आदिवासियों के अस्तित्व और पहचान के साथ खिलवाड़ है।

विश्व आदिवासी दिवस पर की थी घोषणा

 चंपई सोरेन ने बताया कि विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर ही इस आंदोलन की घोषणा की गई थी। उसी दिन तय किया गया था कि नगड़ी की खेती योग्य जमीन पर हल जोतकर विरोध दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन की तमाम सख्ती और बाधाओं के बावजूद आंदोलन में शामिल लोगों की एकजुटता बनी रही

सरकार पर तानाशाही का आरोप

भाजपा नेता ने राज्य सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि नगड़ी का आंदोलन सरकार की असली सोच को उजागर करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार तानाशाही पर उतर आई है और आदिवासियों को उजाड़कर विकास करना चाहती है।

लंबी लड़ाई की तैयारी

 चंपई सोरेन ने साफ किया कि यह आंदोलन जल्द खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों और आदिवासियों की जमीन को बचाने की लड़ाई में सफलता नहीं मिलती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।

bjp Protest Jharkhand
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