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रांची /चतरा वाईबीएन डेस्क : जिले में लगातार 24 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। पत्थलगड़ा, सिमरिया, गिद्धौर, सदर, इटखोरी और कान्हाचट्टी प्रखंड सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। कई गांव मुख्यालय से कट गए हैं और सड़कें नदी का रूप ले चुकी हैं।
हादसों ने बढ़ाई मुश्किलें
गिद्धौर में बारिश के पानी में पति-पत्नी की मौत हो गई, वहीं खैरा में वज्रपात से एक होमगार्ड जवान की जान गई। नावाडीह में वज्रपात से भैंस की मौत हुई, जबकि कई मवेशी बाढ़ की चपेट में आ गए।
स्कूल-बाजार बंद, आर्थिक नुकसान
पत्थलगड़ा और आसपास के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। बाजारों और दुकानों में पानी घुसने से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। कई गोदामों का सामान भी खराब हो गया।
किसानों पर भारी संकट
धान, मक्का, टमाटर, मिर्च और धनिया की करीब एक हजार एकड़ फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं। पोल्ट्री फार्म को भी भारी नुकसान पहुंचा है। पत्थलगड़ा में 2,000 से ज्यादा मुर्गियों की मौत हुई, जबकि जिलेभर में यह आंकड़ा 5,000 से अधिक है।
बिजली व स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित, राहत कार्य जारी
तेज हवाओं और बारिश से कई जगह ट्रांसफॉर्मर और बिजली पोल गिर गए। बनवारा स्वास्थ्य केंद्र की चारदीवारी ढह गई। प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए रेस्क्यू टीमों और नावों की तैनाती की है। बीडीओ, सीओ और थाना प्रभारी लगातार हालात का जायजा ले रहे हैं।