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रांची वाईबीएन डेस्क : झारखंड की धरती एक बार फिर राष्ट्रीय राजनीति में अपनी छाप छोड़ने जा रही है। राज्यपाल रह चुके सीपी राधाकृष्णन को एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। इससे पहले झारखंड की राज्यपाल रह चुकीं द्रौपदी मुर्मू आज देश की राष्ट्रपति हैं। इस प्रकार अब उपराष्ट्रपति पद पर भी झारखंड का जुड़ाव स्थापित हो जाएगा।
सीपी राधाकृष्णन का झारखंड से गहरा नाता
वर्तमान में सीपी राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। वे मूल रूप से तमिलनाडु से आते हैं और ओबीसी समाज के सशक्त नेता माने जाते हैं। झारखंड से उनका तबादला महाराष्ट्र कर दिया गया था, लेकिन उनका नाम उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए सामने लाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने पूरे देश को चौंका दिया।
अटकलों के बीच अचानक आया नाम
गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद कई बड़े नेताओं के नाम चर्चा में थे, लेकिन मीडिया में कहीं भी राधाकृष्णन का नाम नहीं आया था। अचानक उनका नाम सामने आना यह संदेश देता है कि मोदी-शाह की जोड़ी राजनीतिक संतुलन साधने और दक्षिण भारत में पैठ मजबूत करने की दिशा में बड़ी रणनीति पर काम कर रही है।
झारखंड का बढ़ता गौरव
झारखंड के लिए यह गर्व का क्षण है कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों ही पदों पर यहां से जुड़े हुए चेहरे होंगे। इसके साथ ही राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश भी झारखंड से ताल्लुक रखते हैं। यानी देश के तीन महत्वपूर्ण संवैधानिक पदों पर झारखंड की मिट्टी की छाप होगी
झारखंड की धरती की ताकत
झारखंड की धरती को लेकर कहा भी जाता है कि यहां लोहा भी सोना बन जाता है। आज वही कहावत राष्ट्रीय राजनीति में सही साबित होती दिख रही है। -