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शिक्षा समाज की रीढ़, परिस्थितियों से लड़ने का जज्बा ही सफलता का मंत्र : मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की

मांडर क्षेत्र के 5 स्कूलों में CSR के तहत 190 बेंच-डेस्क व ड्राइंग किट वितरित। मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने शिक्षा को समाज की रीढ़ बताते हुए संसाधन बढ़ाने पर जोर दिया।

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MANISH JHA
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रांची वाईबीएन डेस्क : कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि शिक्षा के बिना किसी राज्य या देश का विकास संभव नहीं। परिस्थितियों से लड़ने का जज्बा ही सफलता का मूल मंत्र है। वे चान्हो के सिलागाई स्थित वीर बुधु भगत बाल जागृति उच्च विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थीं, जहां बैंक ऑफ इंडिया के CSR कार्यक्रम के तहत मांडर विधानसभा क्षेत्र के 5 स्कूलों में 190 बेंच-डेस्क और ड्राइंग किट का वितरण किया गया।

 स्कूल में अब बच्चे जमीन पर नहीं बैठेंगे

मंत्री ने कहा कि चुनाव के दौरान शिक्षकों ने बच्चों के लिए बेंच-डेस्क की मांग की थी, जिसे अब पूरा किया गया है। उन्होंने बाल जागृति स्कूल में विधायक मद से 2-3 कमरे निर्माण का वादा किया और बेड़ों के बेसिक स्कूल टेरो में नेतरहाट की तर्ज पर मॉडल स्कूल के निर्माण का संकल्प भी दोहराया।

धार्मिक स्थलों से पहले शिक्षा को दें प्राथमिकता

शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि लोग अपने जनप्रतिनिधियों से धार्मिक स्थलों के निर्माण की मांग करते हैं, लेकिन शिक्षा के संसाधनों पर कम ध्यान देते हैं। उन्होंने अभिभावकों को चेताया कि बच्चों की शिक्षा से समझौता उनके भविष्य से खिलवाड़ होगा।

 बैंक ऑफ इंडिया का योगदान

बैंक ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक गुरु प्रसाद गोंड ने कहा कि यह योगदान महज बेंच-डेस्क नहीं, बल्कि छात्रों के सपनों की उड़ान है। उन्होंने बैंक की विभिन्न योजनाओं, विशेषकर गुरु जी क्रेडिट कार्ड योजना से शिक्षा में मदद मिलने की बात बताई।

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