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रांची, वाईबीएन डेस्क: 750 करोड़ रुपये के चर्चित जीएसटी घोटाले में ईडी ने दूसरी दौर की छापेमारी में 27 लाख रुपये नकद और कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। कार्रवाई 7 अगस्त से शुरू होकर 8 अगस्त की देर रात तक चली।
12 ठिकानों पर ईडी की दबिश
ईडी ने रांची, जमशेदपुर, सरायकेला, धनबाद और मुंबई में 6 आरोपियों के 12 ठिकानों पर छापेमारी की। जिन पर कार्रवाई हुई, उनमें रांची के श्याम ठक्कर, जमशेदपुर के ज्ञानचंद जयसवाल, सरायकेला के पंचानंद सरदार, धनबाद के चीनू अग्रवाल उर्फ अमित अग्रवाल और मुंबई के अंकेश जैन उर्फ मलिक जी के नाम शामिल हैं।
लाखों रुपये नकद जब्त
रांची में श्याम ठक्कर के ठिकाने से 12 लाख रुपये नकद और जमशेदपुर के व्यापारी ज्ञानचंद जयसवाल के ठिकाने से 15 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। दोनों पर फर्जी जीएसटी बिल जारी करने का आरोप है।
शेल कंपनियों और अंगड़िया नेटवर्क का इस्तेमाल
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने घोटाले को अंजाम देने के लिए कई शेल कंपनियां बनाई थीं, जिनमें वे खुद निदेशक थे। रांची के श्याम ठक्कर ने नकद लेन-देन के लिए अंगड़िया सेवा का सहारा लिया। रांची में श्याम ठक्कर के ठिकाने से 12 लाख रुपये नकद और जमशेदपुर के व्यापारी ज्ञानचंद जयसवाल के ठिकाने से 15 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। दोनों पर फर्जी जीएसटी बिल जारी करने का आरोप है। शेल कंपनियों और अंगड़िया नेटवर्क का इस्तेमाल जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने घोटाले को अंजाम देने के लिए कई शेल कंपनियां बनाई थीं, जिनमें वे खुद निदेशक थे। रांची के श्याम ठक्कर ने नकद लेन-देन के लिए अंगड़िया सेवा का सहारा लिया।